पाकिस्तान को आज मिलेगा नया पीएम, शाहिद अब्बासी का नाम लगभग तय

नवाज शरीफ के इस्तीफे के बाद अब आज पाकिस्तान को नया प्रधानमंत्री मिलेगा. आज पाकिस्तान की संसद शरीफ की जगह नए और देश के 18वें पीएम का चुनाव करेगी. फिलहाल तो मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के शाहिद खाकन अब्बासी का नाम लगभग तय ही माना जा रहा है.

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पाकिस्तान को आज मिलेगा नया पीएम, शाहिद अब्बासी का नाम लगभग तय

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  • August 1, 2017 4:14 am Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago

इस्लामाबाद : नवाज शरीफ के इस्तीफे के बाद अब आज पाकिस्तान को नया प्रधानमंत्री मिलेगा. आज पाकिस्तान की संसद शरीफ की जगह नए और देश के 18वें पीएम का चुनाव करेगी. फिलहाल तो मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के शाहिद खाकन अब्बासी का नाम लगभग तय ही माना जा रहा है.

पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी की ओर से खुर्शीद शाह और नावेद कमर का नाम प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर घोषित किया गया है. वहीं तहरीक ए इंसाफ ने शेख राशिद को उम्मीदवार घोषित किया है. फिलहाल इस रेस में करीब 6 उम्मीदवार शामिल हैं. पाकिस्तान के संविधान के मुताबिक किसी भी पार्टी के उम्मीदवार को 172 वोटों की जरूरत होती है. 
 
पाकिस्तान के राष्ट्रपति ममनून हुसैन ने मंगलवार को सदन के नए नेता का चुनाव करने के लिए नैशनल असेंबली की मीटिंग बुलाई है. वहीं अब्बासी ने नैशनल असेंबली के सचिव जव्वाद रफीक मलिक को नामंकन सौंप दिया है. जिसके बाद अब्बासी ने कहा है कि वह नवाज शरीफ की नीतियों को आगे बढ़ाएंगे.
 
बता दें कि पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने नवाज शरीफ को पनामा पेपर्स लीक मामले में दोषी करार दिया था और पीएम पद के लिए अयोग्य ठहरा दिया था जिसके बाद शरीफ ने अपना इस्तीफा दे दिया था. उसके बाद से ही पाकिस्तान में नए पीएम के चुनाव को लेकर कोशिशें की जा रही थीं. जिन पर आज लगाम लगा दिया जाएगा.
 
नवाज शरीफ के साथ-साथ उनकी बेटी और दामाद भी पनामागेट मामले में दोषी करार हुए हैं. गृह मंत्री चौधरी निसार अली खान ने कहा था कि फैसला आने के बाद वह अपने पद से इस्तीफा दे देंगे. जस्टिस आसिफ सईद खोसा वही जज हैं जिन्होंने पांच साल पहले तत्कालीन प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी को अयोग्य करार दिया था. इस फैसले के बाद उन्हें पीएम पद से इस्तीफा देना पड़ा था.
 
 
क्या है पनामागेट मामला ?
1990 के दशक में नवाज शरीफ पर मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए लंदन में संपत्ति खरीदने का आरोप साबित हो चुका है. नवाज शरीफ और उनके परिवार ने गैर-कानूनी तरीके से विदेशों में पैसे भेजे, साथ ही ब्रिटेन में फर्जी कंपनियां बनाकर विदेश में करोड़ों डॉलर की प्रॉपर्टी बनाई. नवाज़ शरीफ़ की काली संपत्ति के मामले का ख़ुलासा पनामा पेपर्स के जरिए हुआ. 
 
सुप्रीम कोर्ट ने नवाज मामले की जांच के लिए जेआईटी का गठन किया गया था. जेआईटी ने 10 जुलाई को अपनी रिपोर्ट अदालत को सौंपी. रिपोर्ट में कहा गया कि शरीफ और उनके बच्चों का रहन सहन उनकी वैध आय के मुताबिक नहीं है. .

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