डोकलाम विवाद के बीच चीनी सेना का शक्ति प्रदर्शन, शी जिनपिंग ने जंग के लिए तैयार रहने को कहा

डोकलाम विवाद के बीच चीन की नई साज़िश सामने आई है. पीपल्स लिबरेशन आर्मी के 90वीं स्थापना दिवस से 2 दिन पहले चीनी सेना ने शक्ति प्रदर्शन किया, पीपल्स लिबरेशन आर्मी के 90 साल पूरे होने पर उत्तरी चीन के सैन्य बेस पर चीनी सेना ने एक बड़ी मिलिट्री परेड निकाली.

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डोकलाम विवाद के बीच चीनी सेना का शक्ति प्रदर्शन, शी जिनपिंग ने जंग के लिए तैयार रहने को कहा

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  • July 30, 2017 11:41 am Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
नई दिल्ली: डोकलाम विवाद के बीच चीन की नई साज़िश सामने आई है. पीपल्स लिबरेशन आर्मी के 90वीं स्थापना दिवस से 2 दिन पहले चीनी सेना ने शक्ति प्रदर्शन किया, पीपल्स लिबरेशन आर्मी के 90 साल पूरे होने पर उत्तरी चीन के सैन्य बेस पर चीनी सेना ने एक बड़ी मिलिट्री परेड निकाली, इस कार्यक्रम में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग भी मौजूद थे.
 
शी जिनपिंग ने आर्मी ड्रेस पहनकर सैन्य टुकड़ियों का मुआयना किया, खास बात ये है कि चीनी राष्ट्रपति ने सेना को जंग के लिए तैयार रहने को कहा, इसे भारत को युद्ध की धमकी के तौर पर देखा जा रहा है. साल 1949 के कम्युनिस्ट आंदोलन के बाद ऐसा पहली बार हुआ है जब 1 अगस्त को मनाए जाने वाले आर्मी डे से दो दिन पहले चीन ने अपनी सैन्य ताकत का इस तरह प्रदर्शन किया हो. रविवार सुबह उत्तरी चीन के झुर्येई ट्रेनिंग बेस में एक सैन्य परेड में एडवांस फाइटर जेट्स, टैंक, न्यूक्लियर मिसाइल्स, जे-20 स्टेल्थ विमान शामिल हुए. 
 
 
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग, कम्युनिस्ट पार्टी के केंद्रीय समिति के जनरल सचिव और केंद्रीय सैन्य आयोग के अध्यक्ष ने सैनिकों का निरीक्षण किया और भाषण दिया. जिनपिंग ने पीएलए से मुकाबला करने की तैयारी बढ़ाने और युद्ध को ध्यान में रखते हुए एक विशिष्ट बल बनाने का आग्रह किया. चीनी सेना 1 अगस्त को अपनी 90वीं सालगिरह मनाएगी. 
 
 
1000 वर्ग किलोमीटर से अधिक कवर करने वाला झुर्येई एशिया का सबसे बड़ा ट्रेनिंग बेस है. चीनी सेना की 90वीं सालगिरह ऐसे समय में पड़ रही है, जब सिक्किम सीमा के पास स्थित डोकलाम को लेकर भारत का उससे गतिरोध जारी है. हाल ही में 90वीं वर्षगांठ से पहले एक विशेष ब्रीफिंग में पीएलए ने डोकलाम पर एक मजबूत संदेश दिया था. 
 
PLA की तरफ से साथ ही कहा गया है कि डोकलाम में तैनाती भी बढ़ाई जाएगी. राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता वरिष्ठ कर्नल वू कियान ने कहा कि पिछले 90 वर्षों में पीएलए का इतिहास संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए हमारे संकल्प, क्षमता को साबित करता है. 
 
 
पीएलए ने यह भी कहा था कि इस घटना के जवाब में एक ‘आपातकालीन प्रतिक्रिया’ के तौर पर क्षेत्र में और अधिक चीनी सेना उतार सकती है. इसके साथ ही वरिष्ठ कर्नल वू कि़आन ने रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता से डोकलाम पठार पर चीन के सड़क निर्माण का पक्ष भी रखा. 

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