इस्लामाबाद : पनामागेट मामले में पाक सुप्रीम कोर्ट ने नवाज शरीफ को करारा झटका दिया है, साथ ही वित्त मंत्री इशाक दार को भी अयोग्य घोषित कर दिया गया है. भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग केस में दोषी करार दिए जाने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने नवाज शरीफ को तुरंत पीएम पद से हटाने का आदेश दिया है.
पाकिस्तान में अगले साल संसदीय चुनाव होने हैं, ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री हो सकते हैं. हालांकि, पिछले कुछ दिनों से ऐसी खबरें सामने आ रही थी कि नवाज शरीफ के भाई शाबाज शरीफ अगले प्रधानमंत्री हो सकते हैं.
कौन है ख्वाजा आसिफ
ख्वाजा मोहम्मद आसिफ एक पाकिस्तानी राजनीतिज्ञ है, उन्होंने 2013 से तीसरे शरीफ मंत्रालय में रक्षा मंत्री और जल एवं ऊर्जा मंत्री के रूप में कार्यरत हैं. राजनीति में आने से पूर्व वह पाकिस्तान के मध्य पूर्व क्षेत्र में बैंकर के रूप में काम करते थे.
आसिफ ने 1991 में शरीफ फर्स्ट मंत्रालय में सीनेट के सदस्य के रूप में अपना राजनीतिक कैरियर शुरू किया था और 1997 तक वह विभिन्न पदों पर संघीय कैबिनेट के सदस्य भी रहे. 1997 से 1999 तक उन्होंने दूसरी शरीफ मंत्रालय में अध्यक्ष (Privatization Commission of Pakistan) के रूप में कार्य किया. 1993 में वह सियालकोट का प्रतिनिधित्व करते हुए पाकिस्तान के राष्ट्रीय विधानसभा के निर्वाचित सदस्य भी रहे हैं.
नवाज शरीफ के साथ-साथ उनकी बेटी और दामाद भी पनामागेट मामले में दोषी करार हुए हैं. पाक सुप्रीम कोर्ट ने एनएबी को इस बात का भी आदेश दिया है कि दो सप्ताह के अंदर वह नवाज और उनके परिवार के खिलाफ मुकदमा दायर करें.
क्या था मामला
नवाज शरीफ पर प्रधानमंत्री पद पर कार्यरत होने के दौरान धनशोधन के जरिए लंदन में संपत्ति बनाने का आरोप है और ये बात पिछले साल हुए पनामा पेपर लीक मामले में सामने आई थी.