नई दिल्ली। हॉन्गकॉन्ग (Hong Kong) में 47 प्रमुख लोकतंत्र समर्थक नेताओं के खिलाफ आज से मुकदमा चलाया जाएगा। बता दें, ये सभी नेता सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद करने में सबसे आगे रहे हैं। इन नेताओं के खिलाफ यह कार्यवाही चार महीने से अधिक समय तक चलने की उम्मीद है, और दोषी पाए जाने पर नेताओं को आजीवन कारावास तक का सामना करना पड़ सकता हैं।
जिन नेताओं पर मुकदमा चलेगा इनमें कानून विशेषज्ञ बेनी ताई, पूर्व सासंद क्लाउडिया मो, एयू नोक-हिन और लेउंग क्वोक-हंग, जोशुआ वोंग और लेस्टर शुम सहित कई लोकतंत्र कार्यकर्ता शामिल है। यह सभी नेता हांगकांग में लोकतंत्र को स्थापित करने के लिए विपक्ष की पार्टी का प्रतिनिधित्व करते हैं।
बता दें, इन सभी नेताओं पर एक अनौपचारिक प्राथमिक चुनाव आयोजित कराने का आरोप लगाया गया है, हॉन्गकॉन्ग सरकार के अधिकारियों के अनुसार ये सभी नेता हॉन्गकॉन्ग की जनता को भड़काकर सरकार को गिराने की कोशिश कर रहे थे, जिसके बाद इन लोगों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत मुकदमा चलाया जा रहा है। वहीं इन नेताओं का कहना है कि उन पर यह मुकदमा उनकी आवाज को चुप कराने के लिए किया जा रहा है।
हॉन्गकॉन्ग में पूर्व विपक्षी विधायक डेनिस क्वोक ने मुकदमें को पूरी तरह से गलत बताया है, समाचार एजेंसी एएफपी को दिए अपने बयान में क्वोक ने कहा कि विध्वंस एक ऐसा अपराध है जिसमें किसी ऐसे व्यक्ति की आवश्यकता होती है जो शासन को पलटने के लिए हिंसा का इस्तेमाल करने की धमकी देता है। लेकिन अगर कोई शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर लोकतंत्र स्थापित करने की की मांग कर रहा हो उसके खिलाफ ट्रायल चलाना एक तरह से अत्याचार है। बता दें, क्वोक इस समय हॉन्गकॉन्ग को छोड़कर फिलहाल अमेरिका में रहते है।