बीजिंग: चीन में पांडा को लोग किस कदर प्यार करते हैं ये जगजाहिर है. अब उसने अपने विकास का आधार ही पांडा को बना लिया है. यही वजह है कि चीन 248 एकड़ में फैले विशाल पांडा के आकार का सोलर फार्म बनाया है. इस सोलर फॉर्म में 100 मेगावाट तक की बिजली पैदा करने की क्षमता होगी.
तकनीक के क्षेत्र में तेजी से उभरते चीन ने शांक्सी प्रांत के दतोंग में विशाल पांडा के आकार का पावर स्टेशन बनाया है. बताया जा रहा है कि अगले 25 सालों में ये सोलर फॉर्म करीब 3.2 अरब किलोवाट की ग्रीन इलेक्ट्रिसिटी का उत्पादन करेगा. साथ ही इससे बिजली निर्माण में लगने वाले 1.056 मिलियन कोयले की बजत होगी. जबकि 2.74 मिलियन टन्स कार्बन डाइऑक्साइड के उत्सर्जन में कमी आएगी.
पांडा के आकार का ये पावर प्लांट परियोजना संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) द्वारा समर्थित है. यह परियोजना सतत विकास के साथ युवाओं को शामिल करने में काफी अहम भूमिका निभाएगा और युवाओँ को सोलर एनर्जी और प्रकृति के प्रति जागरूक करने में अहम भूमिका निभाएगा.
अगर आप तस्वीर को गौर से देखेंगे तो चमकदार पैनलों से बना विशाल पांडा नजर आएगा. खास बात ये है कि इस विशाल पांडा की आंखें भी कमाल की हैं. इसमें सिलिकॉन सोलर का प्रयोग किया गया है. यही वजह है कि फोटो देखने पर आपको लगेगा कि ये अलग-अलग दिशाओं में देख रहा है.
पांडा ग्रीन एनर्जी के सीईओ ली युआन ने पिछले साल कहा था कि पांडा के आकार में प्लांट डिजाइन करने के पीछे मकसद ये है कि यह परियोजना युवाओं को प्रेरित करेगा और सोलर एनर्जी के प्रति रूचि पैदा करेगा. साथ ही उन्होंने कहा था कि चीन के युवाओं को पांडा पावर स्टेशनों पर गर्मी के समय में शिविरों में भाग लेने के लिए भर्ती किया जाएगा. यहां उन्हें ग्रीन एनर्जी की गहरी समझ मुहैया कराई जाएगी.
चीन पांडा सोलर स्टेश को पूरे देश में फैलाने के लक्ष्य पर काम कर रहा है. साथ ही अगले पांच सालों में चीन ने फीजी और फिलीपिंस सहित दुनिया के 100 देशों में पांडा सोलर स्टेश बनाने का लक्ष्य रखा है.