वॉशिंगटन : अमेरिका की प्रतिनिधि सभा ने 621.5 अरब डॉलर का रक्षा व्यय विधेयक पारित किया है जिसमें भारत के साथ रक्षा सहयोग बढ़ाए जाने का प्रस्ताव रखा गया है. अमेरिका के इस कदम को भारत के आतंकवाद के खिलाफ सहयोगात्मक कदम के तौर पर देखा जा रहा है.
अमेरिका में भारत के राजदूत नवतेज सरना ने बताया कि पीएम मोदी के अमेरिका दौरे के बाद दोनों देश ने मिलकर ये फैसला लिया. जिसके बाद यूस कांग्रेस के प्रतिनिधि सभा में पेश किये गए इस बिल को पारित कर दिया गया.
न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार भारतीय मूल के अमेरिकी सांसद एमी बेरा ने इस बिल में एक अमेंडमेंट (संशोधन) पेश किया था, और इस सदन में ध्वनिमत से पास किया गया. इस अमेंडमेंट में कहा गया है कि सेक्रेटरी ऑफ डिफेंस, सेक्रेटरी ऑफ स्टेट से सलाह मशविरा कर दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग बढ़ाने के लिए एक स्ट्रैटजी बनाएंगे.
इस दौरान एमी बेरा ने कहा कि अमेरिका दुनिया का सबसे पुराना और भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है. दोनों के बीच रक्षा सहयोग बढ़ाने के लिए एक स्ट्रैटजी बनाना बहुत अहम है. इस अमेंडमेंट को पास करने के लिए मैं हाउस का आभारी हूं.
भारत-अमेरिकी सीनेटर एमी बेरा की ओर से पेश किया गया ये बिल अमेरिका के नेशनल डिफेंस अथॉराइजेशन एक्ट (एनडीएए) 2018 का ही हिस्सा जो कि इस वर्ष एक अक्टूबर से शुरू हो रहा है. एनडीएए -2018 बिल संसद में 81 के मुकाबले 344 मतों से पारित किया गया.