इस्लामाबाद: कश्मीर के अनंतनाग में अमरनाथ यात्रियों पर हुए हमले की जिम्मेदारी लेने से आतंकी संगठन लश्कर घबरा रहा है. इसके पीछ पाकिस्तान की दुनिया में होने वाली बदनामी का डर है. पाकिस्तान को लगता है कि अगर लश्कर ने हमले की जिम्मेदारी ली तो 26/11 मुंबई हमले की तरह ही अमेरिका और यूरोपीय देश उसके खिलाफ कार्रवाई कर सकते हैं.
पाकिस्तान को लगता है कि अगर लश्कर ने हमले की जिम्मेदारी ली तो 26/11 मुंबई हमले की तरह ही अमेरिका और यूरोपीय देश उसके खिलाफ कार्रवाई कर सकते हैं. लश्कर ने सभी खबरों का खंडन करते हुए हमले की जिम्मेदारी लेने से मना कर दिया है. लश्कर का हमले से नकारना पाकिस्तान पर अंतराष्ट्रीय दवाब को दर्शाता है.
पाकिस्तान के इंटेलीजेंस ऑफिसर ने पाक मीडिया को बताया है कि लश्कर अमरनाथ आतंकी हमले की जिम्मेदारी इसलिए लेने से नकार रहा है क्योंकि इस बार हमला सेना पर नहीं निर्दोष नागरिकों पर हुआ है. अगर लश्कर अपनी जिम्मेदारी लेता है तो पाकिस्तान पर निर्दोष लोगों को मारने पर अंतराष्ट्रीय दवाब बढ़ेगा. वैश्विक दवाब की वजह से ही पाकिस्तान ने हाफिज सईद को नजरबंद रखने को कहा गया था.
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने भी आतंकी हमले में लश्कर का हाथ बताया है. पुलिस ने अपनी रिपोर्ट में भी अज्ञात बंदूकधारियों का जिक्र किया है. रिपोर्ट के मुताबिक बस अमरनाथ श्राइन बोर्ड से रजिस्टर्ड नहीं थी और सुरक्षा संबंधी नियमों का पालन नहीं कर रही थी. बस टायर पंचर होने की वजह से रुकी थी. इसमें जमीनी स्तर के वर्कर्स के भी आतंकियों से मिले होने की संभावना है.
बता दें कि जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में सोमवार को अमरनाथ यात्रियों की गाड़ी पर आतंकियों ने अंधाधुंध फायरिंग की. जिसमें 7 अमरनाथ यात्रियों की मौत हो गई. जिसमें 6 महिला और 1 पुरुष शामिल है और 15 से ज्यादा लोग जख्मी हो गए थे. हमले का मास्टरमाइंड पाकिस्तानी आतंकी इस्माइल है. सूत्रों के हवाले से ये खबर सामने आई है कि इस आतंकी हमले में तीन से पांच आतंकी शामिल थे.