बीजिंग : सिक्किम सीमा पर भारत और चीन के बीच चल रहे विवाद में चीन ने भारत को धमकी दी है. चीन ने किसी भी समझौते को दरकिनार करते हुए मंगलवार को कहा कि विवाद सुलझाना भारत पर निर्भर है. भारत में चीन के राजदूत लू झाओहुई ने एक साक्षात्कार के दौरान कहा कि गेंद भारत के पाले में है और भारत को यह तय करना है कि किन विकल्पों को अपनाकर इस गतिरोध को खत्म किया जा सकता है.
इससे पहले चीन के सरकारी मीडिया और थिंक टैंक ने कहा था कि इस विवाद से अगर उचित तरीके से नहीं निपटा गया तो इससे युद्ध छिड़ सकता है. झाओहुई ने कहा कि भारतीय सैनिकों की बिना शर्त भारतीय सीमा में वापसी पहली प्राथमिकता है. चीन और भारत के बीच किसी भी सार्थक संवाद के लिए यह पहली शर्त है. चीन ने पूरी जिम्मेदारी भारत पर डालते हुए धमकी भरे लहजे में कहा कि सैन्य विकल्प भारत की नीति पर निर्भर है.
इससे पहले चीन के विदेश मंत्रालय ने रक्षा मंत्री अरुण जेटली की उन बयानों पर प्रतिक्रिया दी थी, जिनमें कहा गया था कि 2017 का भारत 1962 के भारत से अलग है. चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा था कि आज का चीन भी 1962 के चीन से अलग है और देश अपनी क्षेत्रीय संप्रभुता की रक्षा के लिए ‘सभी आवश्यक कदम’ उठाएगा.
बता दें कि चीनी सेना के एक निर्माण दल के सड़क बनाने के लिए आने के बाद पिछले 19 दिन से भूटान तिराहे के पास डोक ला इलाके में चीन और भारत के बीच गतिरोध चल रहा है. डोक ला इस क्षेत्र का भारतीय नाम है, जिसे भूटान डोकलाम के रूप में मान्यता देता है, जबकि चीन इसे अपने डोंगलांग इलाके का हिस्सा बताता है.