मुजफ्फराबाद: आतंकी संगठन हिज्बुल मुजाहिदीन के सरगना सैयद सलाहुद्दीन आज खुलेआम पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में घूमते दिखाई दिए. इस दौरान सैयद सलाहुद्दीन ने कहा कि कश्मीर की आजादी के लिए संघर्ष जारी रहेगा. साथ ही सलाउद्दीन ने डॉनल्ड ट्रंप प्रशासन द्वारा खुद को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित करने के फैसले को ‘मूर्खतापूर्ण’ बताया.
पीओके के मुजफ्फराबाद के प्रेस क्लब में सलाहुद्दीन ने कहा कि कश्मीर की आजादी के लिए हमारा संघर्ष जारी रहेगा. हम आतंकवादी नहीं है, हमारा संघर्ष भारत से आजादी के लिए है और यह कश्मीर से आजादी के लिए है. सलाहुद्दीन ने कहा कि मुझे आतंकी घोषित करना यह अमेरिकी दौरे पर गए भारतीय पीएम नरेंद्र मोदी को दिया गया तोहफा था.
आतंकी सलाहुद्दीन ने कहा कि अमेरिका मेरे खिलाफ कोई एक मिसाल पेश नहीं कर सकता, जिससे साबित हो पाए कि मैं और कश्मीर के लिए लड़ रहे दूसरे लड़ाके किसी भी आतंकवादी घटना में शामिल हो. कश्मीर के आजादी के लड़ रहे लड़ाकों की यह पहली आचार संहिता है कि बुजुर्गों, अल्पसंख्यकों और महिलाओं-बच्चों को नुकसान नहीं पहुंचाना है. अगर कभी दुश्मन कभी शांति समझौते की पेशकश करता है तो हम इसे स्वीकार करते हैं. साथ ही सलाहुद्दीन ने ये भी दावा कि उसका संगठन भारत के भीतर कहीं भी हमले की क्षमता रखता है.
बता दें कि मोदी-ट्रंप मुलाकात से पहले अमेरिका ने सैयद सलाउद्दीन को अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित कर दिया था. ट्रंप से मुलाकात से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिका के विदेश मंत्री रेक्स डब्ल्यू टिलरसन से मुलाकात की थी. इस मुलाकात के बाद ही सैयद सलाउद्दीन अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित कर दिया गया.