इस्लामाबाद: भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी कुलभूषण जाधव का कथित कबूलनामे का पाकिस्तान ने दूसरा वीडियो जारी किया है. पाकिस्तान द्वारा जारी किया गया यह वीडियो 10 मिनट और 10 सेकेंड की है. इस वीडियो में जाधव अपना कथित जुर्म कबूल करते दिख रहे हैं. इधर पाकिस्तान की जेल में बंद जाधव ने सेना प्रमुख के सामने दया याचिका दायर की है.
पाकिस्तान के इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (ISPR) के मेजर आसिफ गफूर ने बताया है कि जाधव ने अपनी जासूसी और आतंकी गतिविधियों के लिए माफी मांगी है. गफूर ने यह भी बताया कि जाधव की दया याचिका को पाकिस्तान की सैन्य अपीलीय अदालत खारिज कर चुकी है. जबकि भारत सरकार उन्हें एक निर्दोष नागरिक मानती है. कानून के मुताबिक जाधव क्षमादान के लिए चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ को अपील कर सकते हैं और खारिज किये जाने पर पाकिस्तान के राष्ट्रपति के सामने गुहार लगा सकते हैं.
10 मिनट 10 सेकंड के इस वीडियो को एडिट किया गया. वीडियो की शूटिंग में एक से ज्यादा कैमरों का इस्तेमाल किया गया है. जारी किए गए इस वीडियो में भी 114 कट नजर आ रहे हैं. इसमें कोई सवाल-जवाब नहीं हैं. सिर्फ जाधव का बयान है. इस वीडियो की शुरूआत में जाधव को भारतीय एजेंसी रॉ का एजेंट बताया गया है. इस वीडियो में बताया गया है कि यह अप्रैल 2017 में शूट किया गया है.
वीडियो की शुरुआत में जाधव को यह कहते सुना जा सकता है कि मैं कमांडर कुलभूषण सुधीर जाधव. नंबर 41558 जुलू ऑफ भारतीय नेवी. मैं भारतीय नेवी में कमीशंड ऑफिसर था. मुझे दूसरा नाम हुसैन मुबारक पटेल दिया गया था. वीडियो में जाधव ने बताया कि साल 2014 में केंद्र में मोदी सरकार आने के बाद उन्हें रॉ में शामिल किया गया. विडियो में जाधव को यह कहते हुए दिखाया जा रहा है कि उन्हें पाकिस्तान में जासूसी और गड़बड़ी की जिम्मेदारी दी गई थी.
बता दें कि इससे पहले भी कुलभूषण जाधव के कबूलनामे का वीडियो जारी किया गया था. पाकिस्तान के उस वीडियो पर सवाल उठे थे क्योंकि उसे कई बार एडिट किया गया था. भारत ने कबूलनामे के वीडियो को यह कहकर खारिज किया था कि जाधव को टॉर्चर करके जबरन बयान दिलवाया गया है.
पाकिस्तान की एक सैन्य कोर्ट ने पिछले महीने जाधव को कथित तौर पर जासूसी और विध्वंसक गतिविधियों के आरोप में मौत की सजा सुनाई थी. पाकिस्तान ने भारतीय नौसेना के पूर्व कमांडर जाधव की गिरफ्तारी 29 मार्च 2016 को दिखाई थी और दावा किया था कि जाधव बलूचिस्तान और कराची में आतंकवाद फैलाने का काम कर रहे थे. भारत का कहना है कि जाधव को अगवा किया गया है.