नई दिल्ली. गृह मंत्रालय की सालाना रिपोर्ट में भारत-पाकिस्तान सीमा पर फ्लडलाइट दिखाने के चक्कर में स्पेन-मोरक्को बॉर्डर के सेवुटा शहर की तस्वीर छापकर अधिकारियों ने सरकार की जो किरकिरी कराई है वो सेवुटा शहर वैसे है इतना खूबसूरत कि आप टूरिस्ट मिजाज के लोग होंगे तो एक चक्कर तो लगा ही लेंगे.
मोरक्को और स्पेन बॉर्डर पर करीब 19 वर्ग किलोमीटर में अफ्रीकी तट पर बसा सेवुटा स्पेन का एक स्वायत्त शहर है. गिब्राल्टर की खाड़ी इस स्पैनिश शहर को भौगौलिक रूप से स्पेन से अलग करती है. जमीन पर यह मोरक्को से सटा है इसलिए मोरक्को और सेवुटा के बीच सीमा पर बाड़ है जिसे स्पेन-मोरक्को बॉर्डर कहा जाता है और इस सीमा पर फ्लडलाइट लगाए गए हैं.
इसी फ्लडलाइट की रात की तस्वीर हमारे गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने ये मानकर अपनी सालाना रिपोर्ट में लगा दी कि ये भारत और पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर लगाए गए फ्लडलाइट्स की फोटो है. सरकार भारत और पाकिस्तान के बीच अंतरराष्ट्रीय सीमा पर घुसपैठ और सीमा पार से दूसरे अपराध रोकने के लिए फ्लडलाइट लगा रही है.
80 हजार से कुछ ज्यादा आबादी वाले सेवुटा में ज्यादातर क्रिश्चन और मुसलमान आबादी हैं लेकिन यहूदी और सिंधी भी यहां बसते हैं. मौसम सुहाना है. तापमान ज्यादा से ज्यादा 21-22 डिग्री तक जाता है और नीचे 15 से 16 डिग्री तक गिरता है. मतलब घूमने-फिरने के लिए एकदम सही मौसम.
मोरक्को लंबे समय से सेवुटा को अपने हवाले करने की मांग करता रहा है लेकिन सेवुटा के लोग खुद भी स्पेन के साथ ही रहना चाहते हैं. सेवुटा में बस एक हेलिपैड है इसलिए अगर हवाई जहाज से वहां जाना है तो मोरक्को के तेतोवुआन शहर में उतरना होगा जहां से बस से आप सेवुटा जा सकते हैं. मोरक्को और सेवुटा के बीच सीमा पर बस एक एंट्री प्वाइंट है. बाकी सीमा सील है.
अफ्रीकी देशों के प्रवासी मजदूर स्पेन में घुसने के लिए सेवुटा की सीमा पार करने की लगातार कोशिश करते रहते हैं. 6 मीटर ऊंची डबल बाड़ के बीच में एक सड़क है जिस पर पुलिस पेट्रोलिंग करती है. अफ्रीकी प्रवासी इस कोशिश में सीमा के पास जुटे रहते हैं कि मौका लगते ही एक बार अगर वो घुस गए तो स्पेन में शरण मांग सकते हैं.
2005 में इस बाड़ को पार करने की कोशिश में जुटे सैकड़ों प्रवासियों की भीड़ पर स्पैनिश पुलिस ने रबर बुलेट और मोरक्कन पुलिस ने गोलियां बरसा दी. प्रवासी दोतरफा पुलिस एक्शन में फंस गए जिसमें तकरीबन डेढ़ दर्जन लोगों की जान चली गई थी. 2016 में भी 400 लोगों की भीड़ ने बाड़ तोड़कर स्पेन में घुसने की कोशिश की. 2017 में इसी तरह से 300 लोग स्पेन में घुस भी गए.