पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की अलग-अलग जेलों में मंगलवार को चार कैदियों को फांसी दे दी गई. समाचार पत्र 'डॉन' की वेबसाइट के अनुसार, 2008 में लूटपाट के दौरान एक व्यक्ति की हत्या करने के दोषी मोहम्मद रियाज को सरगोदा जेल में फांसी दी गई. 1910 में जेल के निर्माण के बाद यहां पहली बार किसी को फांसी दी गई है.
इस्लामाबाद. पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की अलग-अलग जेलों में मंगलवार को चार कैदियों को फांसी दे दी गई. समाचार पत्र ‘डॉन’ की वेबसाइट के अनुसार, 2008 में लूटपाट के दौरान एक व्यक्ति की हत्या करने के दोषी मोहम्मद रियाज को सरगोदा जेल में फांसी दी गई. 1910 में जेल के निर्माण के बाद यहां पहली बार किसी को फांसी दी गई है.
तीन वर्षीय बच्ची के अपहरण के दोषी अकरम-उल-हक को एटॉक जेल में फांसी दी गई. हक के खिलाफ फिरौती मांगने तथा आतंकवाद से संबंधित मामला दर्ज किया गया था. निजी विद्वेष के कारण एक व्यक्ति की हत्या के दोषी मोहम्मद अमीन को रावलपिंडी की अडियाला जेल में फांसी दे दी गई. चौथे दोषी हब्दर शाह को मियांवाली केंद्रीय कारा में फांसी दी गई. साल 2000 में उसने दो लोगों की हत्या कर दी थी.
पाकिस्तान ने 10 मार्च को सभी तरह के आपराधिक मामलों से संबंधित मृत्युदंड पर लगी रोक हटाने का फैसला किया था.