सेंट पीटर्सबर्ग: प्रधानमंत्री मोदी इंटरनेशनल इकनॉमिक फोरम में संबोधित करते हुए कहा कि आज पूरे विश्व का ध्यान एशिया और भारत की तरफ है. मैं आज विश्वास से कह सकता हूं कि पिछले 70 साल के भारत-रूस संबंध, उपयोगितावाद पर कम और विश्वास पर ज्यादा रहे हैं. भारत की अर्थव्यवस्था तेजी से आगे बढ़ रही है.
पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा कि 40 साल से भारत सीमा पार से आतंकवाद का सामना कर रहा है. कुछ देश हैं जो आतंकियों का पैसे और हथियार मुहैया करवाते हैं. 9/11 के बाद पुरे विश्व ने माना आतंकवाद मानवता के लिए खतरा है. आतंकावाद को खत्म करने के लिए पूरे विश्व को साथ आना चाहिए. क्योंकि ये समस्या एक या दो देशों के लिए नहीं पूरे विश्व के लिए है.
पीएम मोदी ने लोकतांत्रिक व्यवस्था में जब सुधार होता और जनभागीदारी होती है तब परिवर्तन होता है. अबतक हमने लगभग 1200 से ज्यादा कानून खत्म कर दिए हैं, जिनकी हमको जरूरत नहीं थी. उन्होंने कहा कि न्यू इंडिया के तहत हम भारत के इन्फ्रास्टक्चर को मजबूत करना चाहते हैं. भारत आज एक युवा देश है. भारत की न्याय व्यवस्था इसकी बहुत बड़ी गैरंटी है. भारत में सरल अंग्रेजी भाषा का चलन भी इसमें मदद करता है.
पीएम मोदी ने कहा कि आने वाले नवंबर में फूड प्रोसेसिंग के लिए हम एक ग्लोबल समिट कर रहे हैं. मैं खेती के मामले में बीज से लेकर बाजार तक तकनीक पर जोर देना चाहता हूं. उन्होंने कहा कि हमने स्वच्छ भारत अभियान चलाया. गंगा की सफाई में हम आधुनिक निवेश चाहते हैं.
पेरिस जलवायु समझौते पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मत सोचिए कि मैं किसी का पक्ष लूंगा लेकिन भविष्य की पीढ़ी का पक्ष जरूर लूंगा. मैं जर्मनी में पहले ही कह चुका हूं, पेरिस ऑर नो पेरिस. मत सोचिए कि मैं किसी का पक्ष लूंगा लेकिन भविष्य की पीढ़ी का पक्ष जरूर लूंगा. उन्होंने भारत को पर्यावरण हितैषी बताते हुए कहा कि यह देश प्राचीन काल से ही इस जिम्मेदारी को निभाता आ रहा है. हमारा एक वेद अथर्ववेद पर्यावरण को समर्पित है. पर्यावरण से छेड़छाड़ अपराध है.
पीएम मोदी ने कहा कि हम उद्योग में जीरो इफेक्ट और जीरो डिफेक्ट पर काम करते हैं. गुजरात विश्व में ऐसी चौथी सरकार थी जिसने पर्यावरण के लिए अलग डिपार्टमेंट बनाया था. पर्यावरण के लिए हम 40 करोड़ एलईडी बल्ब घर-घर पहुंचाने वाले हैं.