मॉस्को: भारत और रूस के बीच हुई शिखर वार्ता में परमाणु रिएक्टरों के निर्माण सहित 5 समझौतों पर हस्तक्षर हुए. इस संदर्भ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बृहस्तपतिवार को साझा घोषणापत्र जारी किया. जिसमें तमिलनाडू के कुडनकुलम न्यूक्लियर प्लांट की यूनिट 5 और 6 का निर्माण करने में रूस मदद करेगा.
इनसे 1000 मेगावाट परमाणु बिजली पैदा होगी. दोनों के बीच इस समझौते पर खुशी जाहिर करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि इससे दोनों देशों के संबंध और मजबूत होंगे. वही रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने साफ कर दिया है कि भारत और रूस के बीच संबंध पहले जैसे ही रहेंगे. व्लादिमीर पुतिन ने पीटीआई से बात करते हुए कहा कि वो भारत के वजाय पाकिस्तान के साथ सैन्य संबंधों को कभी वरीयता नहीं देगा.
वो हर मामले में भारत के साथ खड़ा रहेगा. पुतिन ने कहा कि पाकिस्तान की वजहों से मॉस्को और नई दिल्ली के बीच के संबंध कभी नहीं बिगड़ेंगे. पुतिन ने भारत को रूस का सबसे करीबी दोस्त बताया. पुतिन का ये बयान 18वें भारत-रूस सलाना शिखर सम्मेलन के बाद आया है.
जिसमें हिस्सा लेने के लिए पीएम मोदी भी उपस्थित थे. बता दें कि पीएम मोदी 4 देशों के 6 दिवसीय दौर पर हैं. पीएम मोदी अपने दौरे पर जर्मनी, स्पेन से होते हुए रूस पहुंचे हैं. इसके बाद वो फ्रांस भी जाएंगे. जहां वे नवनिर्वाचित राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रोन से होगी.
कश्मीर के सवाल पर पुतिन ने दिया ये जवाब
राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से जब कश्मीर के बारे में सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इसे भारत पर दिया जाए. साथ में उन्होंने कहा कि भारत में किसी भी तरह का खतरा है तो रूस हमेशा भारत के साथ खड़ा रहेगा.