मांडले. पूरी दुनिया का चक्कर लगाने निकला सौर ऊर्जा से चलने वाले विमान ‘सोलर इंपल्स 2’ (एसआई2) ने अपने अभियान के पांचवें चरण की यात्रा के लिए रविवार को म्यांमार के मांडले से चीन के लिए उड़ान भरी. समाचार चैनल बीबीसी के अनुसार विमान के पायलट एवं परियोजना के अध्यक्ष स्विट्जरलैंड के बटर्ड पिकार्ड ने […]
मांडले. पूरी दुनिया का चक्कर लगाने निकला सौर ऊर्जा से चलने वाले विमान ‘सोलर इंपल्स 2’ (एसआई2) ने अपने अभियान के पांचवें चरण की यात्रा के लिए रविवार को म्यांमार के मांडले से चीन के लिए उड़ान भरी. समाचार चैनल बीबीसी के अनुसार विमान के पायलट एवं परियोजना के अध्यक्ष स्विट्जरलैंड के बटर्ड पिकार्ड ने स्थानीय समयानुसार रविवार तड़के 3.36 बजे चीन में चोंगक्विंग के लिए उड़ान भरी.
अभियान के पांचवें चरण के तहत विमान सर्वाधिक लंबी दूरी तय करेगा. 1,375 किलोमीटर की इस हवाई यात्रा में 19 घंटे लगने का अनुमान है. अपनी इस सबसे लंबी यात्रा के बाद सोलर इंपल्स-2 चोंगक्विंग जियांगबेई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर मध्यरात्रि तक पहुंचेगा. चोंगक्विंग में इसके थोड़ी ही देर रुकने की योजना है और यहां से टीम चीन के पूर्वी तट नानजिंग पहुंचने की कोशिश करेगी.
ऐसा करते हुए एसआई-2 पहली बार समुद्र के ऊपर से सबसे लंबी उड़ान भरेगा, जिसमें उसे हवाई द्वीप तक पहुंचने में पांच दिन और पांच रात लगेंगे. सागर के ऊपर कई दिनों तक लगातार उड़ान भरने की क्षमता वाले इस विमान में सिर्फ एक चालक के लिए जगह है. एसआई-2 ने नौ मार्च को अबु धाबी से अपने इस अभियान की शुरुआत की और पूरी दुनिया का चक्कर लगाने के 25 दिनों के अपने अभियान में वह कुल 35,000 किलोमीटर की हवाई दूरी तय करेगा. अभियान पर नियंत्रण रखने वाली टीम ने सोमवार तक नानजिंग में उतरने पर कोई निर्णय नहीं किया है. नानजिंग में उतरने की योजना विमान में बची हुई ऊर्जा पर निर्भर करेगी.