क्वेटा: बलूचिस्तान के अधिकारों को लेकर आवाजा उठाने वाली नायला कादरी बलूच ने चीन की वन बेल्ट वन रोड (OBOR) का समर्थन करने वाले विश्व नेताओं पर सवात उठाया. उन्होंने चीन में शुरू हुए बेल्ट एंड रोड समीट में शामिल होने वाले विश्व नेताओं से कहा कि विकास के नाम पर बलूचिस्तान के बारे में विश्व नेता क्यों निर्णय ले रहे हैं.
बलूच नेता ने कहा कि विश्व के लोग तब कहां जाते हैं जब हमारे लोगों को पाकिस्तानी आर्मी उठा ले जाती है और उन्हें मार देती है. अगर वह इस मामले पर कोई हस्तक्षेप नहीं डालना चाहते, तब उन्हें चीन और पाकिस्तान के साथ मिलकर बलूचिस्तान के भविष्य के निर्माण का हक लेना का कोई अधिकार नहीं है. उन्होंने कहा हजारों महिलाओं को जेल में रखा गया जहां उनका यौन उत्पीड़न होता है.
उन्होंने कहा कि ये संघर्ष केवल महिलाओं की आजादी तक सीमित नहीं है बल्कि यह बलूचिस्तान के हर हिस्से के लिए है. पाकिस्तानी आर्मी बलूच के डॉक्टरों, वकीलों और इंजीनियरों का अपहरण किया जाता है. नायला के अनुसार, बलूच के नागरिकों के नरसंहार में पाकिस्तान को चीन का पूरा सहयोग प्राप्त है और बलूचिस्तान में जारी इस नरसंहार के बावजूद अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार चुप है.
संयुक्त राष्ट्र से मदद की मांग करते हुए उन्होंने कहा कि सारे संसार ने बलूचिस्तान के लिए अपना कान और मुंह को बंद कर रखा है और अंधा बन गया है. पृथ्वी के चेहरे से बलूच लोगों का नामो निशान मिटने जा रहा है और सार संसार चुप है, अंतर्राष्ट्रीय समुदाय चुप है, यह काफी चिंता का विषय है.
बता दें कि ओबीओआर लगभग 1,400 अरब डॉलर की परियोजना है. चीन को उम्मीद है कि उसका यह ड्रीम प्रोजेक्ट 2049 तक पूरा हो जाएगा. 2014 में आई रेनमिन यूनिवर्सिटी की एक रिपोर्ट में कहा गया था कि नई सिल्क रोड परियोजना करीब 35 वर्ष में यानी 2049 तक पूरी होंगी.