नई दिल्ली: पाकिस्तान अक्सर ये मानता रहा है कि पाक के खिलाफ साजिश रचने के लिए भारत अफगानिस्तान का इस्तेमाल कर रहा है. मगर इन सबके बीच अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई ने अफगानिस्तान में भारत के बढ़ते प्रभावों की पाकिस्तानी धारणा को खारिज कर दिया है.
उन्होंने कहा है कि पाकिस्तान की तरह अफगानिस्तान भी एक स्वतंत्र देश है और उसे भी किसी के साथ संबंध रखने का अधिकार है. मगर मैं पाकिस्तान को आश्वस्त करना चाहता हूं कि हमारी धरती का इस्तेमाल पाकिस्तान ही नहीं, बल्कि किसी भी देश के खिलाफ नहीं कर सकता. बता दें कि करजई अफगानिस्तान के लंबे समय तक राष्ट्रपति रहे हैं उन्हें एक प्रभावशाली नेता माना जाता है.
सोमवार को काबूल में पाकिस्तानी पत्रकारों के एक समूह को संबोधित करते हुए करजई ने कहा कि वह पाक महीने रमजान के बाद प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के निमंत्रण पर पाकिस्तान की यात्रा पर जाएंगे.
आगे उन्होंने कहा कि मैं शांति के लिए अपनी भूमिका निभाना पसंद करूंगा. मुझे उम्मीद है कि पाक की यात्रा से कुछ अच्छे नतीजे सामने आएंगे. बता दें कि नवाज शरीफ ने बीते साल करजई को निमंत्रण दिया था, जिसे 4 बार बढ़ाया जा चुका है.
हामिद करजई ने कहा कि मैं राजनीतिक और सैन्य नेताओं से काफी गहराई से चर्चा करना चाहता हूं. मैं सेना से बात करूंगा. पाकिस्तान और अफगानिस्तान शत्रु नहीं हैं, बल्कि जुड़वां हैं. मैं पाकिस्तानी नेताओं से अपील करूंगा कि दोनों देश जिन समस्याओँ से जूझ रहे हैं, उन पर ध्यान दें. दोनों देशों की समस्या पर समाधान के लिए मैं विचार-विमर्श करूंगा.
वो अफगानिस्तान में अमेरिकी नीतियों पर जमकर बरसें और उन्होंने युद्ध-तबाह देश में इस्लामी स्टेट जैसी घटना के शुरू होने का आरोप अमेरिका पर लगाया. साथ ही उन्होंने कहा कि क्षेत्रिय देशों में रूस शांति की भूमिका निभा रहा है.