क्वेटा: बलूचिस्तान के अधिकारों को लेकर आवाजा उठाने वाली नायला कादरी बलूच ने पाकिस्तान पर हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि अब समय आ गया है जब दुनिया को यह देखना चाहिए पाकिस्तान और उसकी सेना बलूचिस्तान में क्या कर रही है. यहां की सरकार और आर्मी हमारे लोगों को अगवा कर लेती है और जिन्हें बाद में मार दिया जाता है.
अब समय आ गया है जब दुनिया को यह देखना चाहिए पाकिस्तान और उसकी सेना बलूचिस्तान में क्या कर रही है. इन लोगों ने हमारे ऐक्टिविस्ट्स को मार कर क्षत-विक्षत किया है. हमारे अधिकारों का हनन किया जा रहा है. पाकिस्तानी सेना ने 26 अप्रैल को आतंकवाद के झूठे आरोपों में 6 बलोच ऐक्टिविस्ट्स को मार दिया है.
वहीं दूसरे ऐक्टिविस्ट मजदक बलोच ने कहा कि चाइना-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरीडोर (CPEC) विकास प्रोजेक्ट नहीं है. इनके पीछे मकसद कुछ और है. उन्होंने कहा कि ये विकास की तरह नहीं, बल्कि यह आक्रमण और नरसंहार है. हमें चीन और पाकिस्तान से कोई लेना-देना नहीं है.
बलूचिस्तान के लोग हमेशा से ही पाकिस्तान से आजादी की मांग करते रहे हैं. उनका कहना है कि पाकिस्तान एक आतंकी देश है और वह बलूचों को शांति से नहीं रहने देना चाहता, पाक की सरकार उन पर अत्याचार करती है. आज से करीब 70 साल पहले पाकिस्तान ने बलूचिस्तान पर कब्जा जमा लिया था, जिसके बाद से ही वहां के लोग आजादी की मांग कर रहे हैं. आजादी के संघर्ष में अब तक 50,000 से भी ज्यादा बलूच नागरिकों की मौत हो चुकी है.
बता दें कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जब से बलूचिस्तान का मुद्दा उठाया है तब से पाकिस्तानी सेना द्वारा बलूच लोगों को और प्रताडित कर रही है और विदेशों में बसे बलूच समुदाय के लोग भी इस इलाके में मानवाधिकार उल्लंघन के मामले को पूरी दुनिया में उठा रहे हैं.