पाकिस्तानी सेना के खिलाफ लेख पर लगा सेंसर, अखबार ने पेज ब्लैंक छोड़ा

नई दिल्ली: पाकिस्तान में वहां की सेना के खिलाफ लेख लिखना एक लेखक को भारी पड़ गया है. पाकिस्तान ने लेख पर सेंसर लगाते हुए उसके पब्लिस पर रोक लगा दिया. जिसके बाद अखबार का लेख वाला पेज ब्लैंक छोड़ दिया. पाकिस्तान ने यह कारनामा उस दौरान किया जब एक लेखन ने न्यू यॉर्क टाइम्स […]

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पाकिस्तानी सेना के खिलाफ लेख पर लगा सेंसर, अखबार ने पेज ब्लैंक छोड़ा

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  • May 6, 2017 5:29 pm Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
नई दिल्ली: पाकिस्तान में वहां की सेना के खिलाफ लेख लिखना एक लेखक को भारी पड़ गया है. पाकिस्तान ने लेख पर सेंसर लगाते हुए उसके पब्लिस पर रोक लगा दिया. जिसके बाद अखबार का लेख वाला पेज ब्लैंक छोड़ दिया. पाकिस्तान ने यह कारनामा उस दौरान किया जब एक लेखन ने न्यू यॉर्क टाइम्स  के इंटरनेशनल एडिशन में छपे उसके पहले ही उस पर सेंसर लगा दिया गया.
 
पाकिस्तान की स्थानीय प्रकाशक ने उसे सेंसर कर दिया. आपको बता दें कि पाकिस्तानी लेखक मोहम्मद हनीफ ने ‘पाकिस्तान ट्राइऐंगल ऑफ हेट: तालिबान, सेना और भारत’ के नाम से लेख लिखा है. जिसमें पाकिस्तान सेना की आलोचना की गई है, जिसके बाद लेख को सेंसर कर दिया गया और अखबार का पन्ना खाली छोड़ दिया.
 
बता दें कि एक्सप्रेस ट्रिब्यून पाकिस्तान में इंटरनेशनल न्यू यॉर्क टाइम्स छापता है. इस लेख को न छापने के लिए पीछे बहुत सारे कारण सामने आ रहे हैं. कुछ लोग कह रहे हैं कि हनीफ के लेख में पाकिस्तान सेना की आलोचना की गई थी इसिलए उस पर सेंसर लगा दिया गया. मिली जानकारी के अनुसार हनीफ ने अपने लेख में कहा था कि पाकिस्तान सेना भारत के खिलाफ अफवाह फैला रही है.
 
मलाला पर हमले की जिम्मेदारी ली थी
हनीफ ने लिखा है कि पाकिस्तान की सेना एहसानुल्लाह एहसान के रूप में ऐसे शख्स को साथी बना रही है जो भारत के खिलाफ उसके कभी न खत्म होने वाले युद्ध का सहयोगी होगा. हनीफ ने लिखा है कि एहसानुल्लाह एहसान ने ही पिछले साल लाहौर में हुए आतंकी हमले और नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मलाल युसूफजई पर हमले की जिम्मेदारी ली थी.

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