धार्मिक कट्टरता को देखते हुए चीन के मुस्लिम बहुल शिनजियांग प्रांत में रह रहे मुसलमानों को अपने बच्चों का सद्दाम, इमाम, हज और मदिना जैसे नाम रखने पाबंदी लगा दी गई है.
नई दिल्ली: धार्मिक कट्टरता को देखते हुए चीन के मुस्लिम बहुल शिनजियांग प्रांत में रह रहे मुसलमानों को अपने बच्चों का सद्दाम, इमाम, हज और मदिना जैसे नाम रखने पाबंदी लगा दी गई है. शिनजियांग के अधिकारियों ने लगभग दर्जनभर नामों की सूची जारी कर कहा है कि अाज से मुसलमान अपने बच्चों का नाम इस सूची से हटकर ही रखें.
ये भी पढ़ें- सिंगापुर में GST जालसाजी के आरोप में 5 भारतीय नागरिकों को सजा
इस सबंध में चीन के शिनजियांग अधिकारियों ने बकायदा नोटिस जारी कर कहा है कि वे इन नामों को रखने से बचे अन्यथा उनको कानूनी कार्रवाई का भी सामना करना पड़ सकता है. साथ में राज्य की ओर से मिलने वाली सुविधाओं से वंचित कर दिया जाएगा. शिनजियांग प्रांत के अधिकारियों ने इन मुस्लिम नामों पर रोक लगाते हुए कहा कि इन नामों को रखने से धार्मिक कट्टवाद बढ़ रहा है इसलिए ये पाबंदी लगाई जा रही है.
ह्यूमन राइट वॉच (HRW) ने बताया कि उइगर और बहुसंख्यक हान समुदाय में यह संघर्ष आम है. हालांकि बैन किए गए नामों की सूची अभी तक HRW तक नहीं पहुंची है. साथ में अभी तक यह भी पूरी तरह से साफ नहीं है कि इन नामों के बैन करने पीछे अधिकारियों की क्या मंसा है और इसके पीछे मानक क्या है.
ये भी पढ़ें- उत्तर कोरिया मामले पर चीन ने अमेरिका को दी सलाह, कहा- अभी संयम रखें
आपको बता दे कि 1 अप्रैल को ही शिनजियांग के अधिकारियों ने सार्वजनिक स्थानों पर दाड़ी औह बुरके पहनने पर पाबंदी लगाई है. इस नियम का पालन नहीं करने वालों को सजा देने का भी प्रावधान है. एचआरडब्ल्यू ने कहा कि ऐसा करना मानव अधिकारों का हनन है. यह ह्यूमन राइट्स का उल्लंघन भी है.