नई दिल्ली: आतंकवाद के मुद्दे पर अब पाकिस्तान पूरी तरह से अलग-थलग पड़ गया है. इस बार खुद आतंकवाद के मुद्दे पर अमेरिका ने पाक को खरी-खोटी सुनाई है. आतंकवाद के मुद्दे पर वैश्विक स्तर पर अलग-थलग पड़ने के बाद पाक पर निशाना साधते हुए अमेरिका ने कहा है कि वह अन्य देशों के खिलाफ छद्म रवैये का इस्तेमाल करना बंद करे.
बताया जा रहा है कि पाकिस्तान की तरफ से कुछ गिने-चुने आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई पर अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार लेफ्टिनेंट जनरल एच.आर. मैकमास्टर ने कड़ी उसकी आलोचना की. आतंकवाद को ‘अच्छे और बुरे’ के चश्मे से देखने और सिलेक्टिव कार्रवाई के लिए अमेरिका ने पाकिस्तान को फटकार लगाई है. उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में अपने हितों को जारी रखने के लिए पाकिस्तान को कूटनीति का इस्तेमाल करना चाहिए न कि छद्म रवैया अपनाना चाहिए.
एक टेलीविज़न चैनल को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि पाकिस्तान पर हमेशा से ही तालिबान को ‘प्रॉक्सी फोर्स’ के तौर पर प्रयोग करने और इसके नेताओं को शरण देने के आरोप लगते रहे हैं
अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक अफगानिस्तान के अपने पहले दौरे पर मैकमास्टर ने कहा कि हम सब पिछले कई दिनों से सिर्फ इसी उम्मीद में बैठे हैं कि पाकिस्तान के नेताओं को यह बात समझ आएगी कि अब तालिबान जैसे आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई करना उनके अपने ही फायदे के लिए है
रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि अफगानिस्तान के अधिकारियों ने मैकमास्टर से चर्चा के दौरान कहा कि यह सामान्य धारणा है कि पाकिस्तान में मौजूद आतंकी संगठनों से लगातार यहां ख़तरा बना हुआ है. रिपोर्ट में के मुताबिक ऐसा माना जा रहा है कि पाकिस्तान के खिलाफ अमेरिका कड़ा रूख़ अख़्तियार कर सकता है.
आपको बता दें कि अमेरिकी एनएसए मैकमास्टर अपने पहले भारत दौरे पर इस शनिवार को राजधानी दिल्ली पहुंचने वाले हैं. यह डोनाल्ड ट्रंप की सरकार के में किसी अधिकारी का पहला भारत दौरा होगा. माना जा रहा है कि इस दौरे में भारत के सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल कुलभूषण का मुद्दा उठा सकते हैं.