नई दिल्ली: पिछले साल पाकिस्तान में जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किये गये भारत के पूर्व नौसेना अधिकारी कुलभूषण जाधव को फांसी की सजा सुनाई गई है.
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें, तो पाकिस्तान सरकार ने कुलभूषण जादव के प्रत्यर्पण से इंकार कर दिया है, जिसे कथित तौर पर ईरान के रास्ते देश में प्रवेश करने पर बलूचिस्तान में गिरफ्तार किया गया था.
पाकिस्तान के विदेशी मामलों को सलाहकार सरताज अजीज ने आरोप लगाते हुए कहा कि भारतीन नागरिक कुलभूषण पाकिस्तान में जासूसी और आतंकवादी गतिविधिओं में शामिल थे.
पिछले साल मार्च में इस्लामाबाद ने जादव का एक वीडियो जारी किया था, जिसमें ये दावा किया गया था कि उन्होंने अपने आरोपों को कुबूल किया है. वीडियो में उन्होंनें भारतीय नौसेना अधिकारी होने के दावों को स्वीकार था. हालांकि, उन्होंने ये नहीं कहा था कि वे रॉ के एजेंट हैं.
इसके अलावा उस वीडियो में दावा किया गया था कि उन्होंने बलूचिस्तान प्रांत में भारत के अभियंता हिंसा और अलगाववाद का खुलासा किया था.
हालांकि, भारत ने भी इस बात को स्वीकार किया कि कुलभूषण जाधव सेवानिवृत भारतीय नौसेना अधिकारी थे, मगर भारत ने इस बात से साफ तौर पर इंकार किया कि जाधव का सरकार से किसी तरह का कनेक्शन था.
गौरतलब है कि भारत सरकार ने पूर्व नौसेना अधिकारी के प्रत्यर्पण का काफी प्रयास किया, मगर पाकिस्तान ने आरोप लगाकर हमेशा से ही इसे खारिज किया.