नई दिल्ली : एक चीनी अखबार में कहा गया है कि चीन का भारत के प्रति घमंडी रवैया चीन के लिए घातक साबित होगा. अखबार ने कहा है कि अगर चीन ने भारत को नजरअंदाज किया तो उसके लिए यह घातक साबित हो सकता है. यह बात चीनी अखबार ग्लोबल टाइम्स में कही गई है.
अखबार ने अपने एक संपादकीय में कहा है कि भारत में विनिर्माण क्षेत्र के विकास का मतलब है, चीन के लिए कड़ी प्रतिस्पर्धा और अधिक दबाव. लेख में कहा गया है कि नोटबंदी के कारण भारतीय अर्थव्यवस्था के सुस्त रहने के बावजूद विनिर्माण क्षेत्र में 8.3 फीसदी की बढ़ोतरी एक बड़ी उपलब्धि है.
बता दें कि अभी तक दोनो देशों के बीच व्यापार संतुलन चीन के पक्ष में झुका हुआ था लेकिन अब भारत भी चीन को कड़ी टक्कर दे रहा है. भारत ने जनवरी के महीने में चीन को किए जाने वाले निर्यात में 42 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी दर्ज की है.
अभी तक भारतीय बाजार ही चीनी सामानों से पटे रहते थे लकिन अब धीरे-धीरे स्थितियां बदल रही हैं. चीन की अर्थव्यवस्था कई मायनों में भारत पर भी निर्भर है. हांलाकि अभी भी दोनों देशों के बीच व्यापार में चीन की हिस्सेदारी ज्यादा है.
अखबार ने कहा है कि भारत चीन को निर्यात में बढ़ोतरी कर रहा है जिसे चीन को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. लेख में कहा गया है कि नोटबंदी के कारण भारतीय अर्थव्यवस्था के सुस्त रहने के बावजूद विनिर्माण क्षेत्र में 8.3 फीसदी की बढ़ोतरी एक बड़ी उपलब्धि है.
‘ संपादकीय में कहा गया, ‘जनवरी महीने में भारत द्वारा चीन को निर्यात में पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 42 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई, जिसकी चीन के अधिकांश विशेषज्ञों ने अनदेखी की यह चीन के लिए कतरनाक हो सकता है.
इस लेख में भारत की अक्टूबर से दिसंबर की तिमाही में 7 प्रतिशत की विकास दर पर संदेह जताया गया है. अखबार के संपादकीय में कहा गया है ‘भारत जैसे बड़े देश में विनिर्माण क्षेत्र के विकास का अर्थ है चीन पर ज्यादा दबाव.