नई दिल्ली: पत्रकारिता को लेकर अक्सर एक बात कही जाती है वह है ‘जुनून’. जुनून के बदौलत आदमी कुछ भी कर सकता है. इसी जुनून को साबित करते हुए कुर्द की महिला पत्रकार ने अपनी जान गवां दी.
आपको बता दें कि यह हादसा तब हुआ जब इराक़ी कुर्द टीवी रुदा के लिए काम करने वाली पत्रकार शिफ़ा गर्दी रिपोर्टिंग करते हुए सड़क किनारे हुए एक बम धमाके का शिकार हो गईं. बता दें कि वो इस्लामिक स्टेट के नियंत्रण वाले शहर के पश्चिमी इलाक़ों में सैन्य अभियान की कवरेज कर रहीं थीं.
रूदा टीवी का कहना है कि 30 वर्षीय शिफ़ा गर्दी ने इस आम राय को तोड़ा था कि पत्रकारिता सिर्फ़ पुरुषों के लिए है. मूसल के पश्चिमी इलाक़े में आगे बढ़ रही इराक़ी सेना को इस्लामिक स्टेट से कड़े प्रतिरोध का सामना करना पड़ रहा है. इराक़ी सेना ने बीते साल अक्तूबर में मूसल को इस्लामिक स्टेट के क़ब्ज़े से छुड़ाने का सैन्य अभियान शुरू किया था.
शुक्रवार को सैन्यबल मूसल के पश्चिमी ज़िलों में पहली बार दाखिल होने में कामयाब हुए थे. रुदा टीवी के मुताबिक़ शिफ़ा गर्दी के साथ काम कर रहे कैमरामैन यूनिस मुस्तफ़ा भी धमाके में घायल हो गए हैं. चैनल ने अपनी वेबसाइट पर कहा है कि शिफ़ा गर्दी मूसल से रोज़ाना शो कर रहीं थीं और हाल के दिनों में ही शहर के भीतर से संघर्ष की कवरेज कर रहीं थीं.