इस्लामाबाद : पाकिस्तान के पूर्व तानाशाह जनरल परवेज मुशर्रफ ने जमात-उद-दावा प्रमुख हाफिज सईद की रिहाई की मांग करते हुए कहा कि सईद का संगठन ‘एक अच्छा एनजीओ’ है.
मुशर्रफ ने कहा, ‘हाफिज सईद को जरूर छोड़ देना चाहिए. वे आतंवादी नहीं हैं. वे एक एनजीओ चलाते हैं और भूकंप और बाढ़ के दौरान उन्होंने राहत कार्य में योगदान दिया है.’
सरकार ने पिछले महीने हाफिज सईद को एग्जिट कंट्रोल लिस्ट में शामिल किया था और उसके देश छोड़ने पर रोक लग गई थी. सईद को शांति और सुरक्षा के लिए ‘नुकसानदायक’ गतिविधियों में लिप्त रहने के चलते 90 दिनों तक घर में नजरबंद रखा गया. सईद ने यात्रा प्रतिबंध से उसका नाम हटाने की मांग की है.
हाफिज सईद आतंकी घटना में लिप्त नहीं
पाकिस्तान अखबार डॉन की खबर के मुताबिक परवेज मुशर्रफ ने सईद का समर्थन करते हुए कहा, ‘मेरे विचार में वे तालिबान के खिलाफ हैं. उन्होंने पाकिस्तान या दुनिया में कहीं भी कोई आतंकवादी घटना को अंजाम नहीं दिया. इसलिए उनके साथ अलग तरीके से व्यवहार करना चाहिये.’
मुशर्रफ ने कहा कि भारत इसलिए इनके खिलाफ है क्योंकि इनके समर्थक भारतीय सेना से लड़ने के लिए स्वैच्छिक तौर पर कश्मीर जाते हैं. खबर के अनुसार मुशर्रफ ने यह भी स्वीकार किया कि उन्हें लंदन और दुबई में अपार्टमेंट खरीदने के लिए साल 2009 में सउदी अरब के शाह अब्दुल्ला बिन अब्दुलाजीज अल सौद से लाखों अमेरिकी डॉलर मिले थे. हालांकि, इसी निजी मामला बताते हुए उन्होंने इस संबंध में ज्यादा जानकारियां नहीं दीं.