हाफिज सईद की नई चाल, कार्रवाई से बचने के लिए बदला अपने आतंकी संगठन का नाम

साल 2008 के मुंबई आतंकी हमलों का मास्टरमाइंड और आतंकवादी संगठन जमात उल दावा का प्रमुख हाफिज सईद ने नई चाल चली है. उसने अपने आतंकी संगठन का नाम बदलकर ‘तहरीक आजादी जम्मू-कश्मीर’ (TAJK) नाम रख लिया है. इससे पता लगता है कि सईद को पाकिस्तान की सरकार की योजना की भनक थी.

Advertisement
हाफिज सईद की नई चाल, कार्रवाई से बचने के लिए बदला अपने आतंकी संगठन का नाम

Admin

  • February 4, 2017 6:28 pm Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
लाहौर: साल 2008 के मुंबई आतंकी हमलों का मास्टरमाइंड और आतंकवादी संगठन जमात उल दावा का प्रमुख हाफिज सईद ने नई चाल चली है. उसने अपने आतंकी संगठन का नाम बदलकर ‘तहरीक आजादी जम्मू-कश्मीर’ (TAJK) नाम रख लिया है. इससे पता लगता है कि सईद को पाकिस्तान की सरकार की योजना की भनक थी. इसलिए उसने अपने संगठन का नाम बदल लिया.
 
 
माना जा रहा है कि नजरबंद होने और अपने संगठन का नाम एग्जिट कंट्रोल लिस्ट में डाले जाने के बाद हाफिज ने कार्रवाई से बचने के लिए अपने संगठन का नाम बदल दिया. हाफिज सईद ने यह चाल तब चली है जब पाकिस्तान ने 35 आतंकियों को देश से बाहर जाने पर बैन लगाया है. नए संगठन का मकसद जम्मू-कश्मीर मसले को नई हवा देना है. 
 
 
बता दें कि हाफिज सईद के आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा पर संयुक्त राष्ट्र का बैन लगने के बाद उसने जमात-उद-दावा और फलाह-ए-इंसानियत (एफआइएफ) संगठन बनाकर अपनी आतंकी गतिविधियों का काम आगे बढ़ाया था. पाकिस्तान सरकार अब इन दोनों संगठनों पर कार्रवाई शुरू होने पर हाफिज समर्थकों ने इसका नाम बदलकर TAJK के गठन का फैसला किया. 
 
 
नए संगठन के औपचारिक घोषणा पांच फरवरी को कार्यक्रम आयोजित करके हो सकती है. इस दिन पाकिस्तान में ‘कश्मीर दिवस’ के रूप में मनाया जाता है. पाकिस्तान में लाहौर के अलावा दूसरे शहरों और कस्बों में भी TAJK के बैनर प्रदर्शित कर दिए गए हैं. 
 
 
बता दें कि भारत और अमेरिका के दबाव के चलते हाफिज सईद को नजबंद किया गया है उससे आतंकी हाफिज काफी खफा है. पाकिस्तान द्वारा की गई इस कार्रवाई को उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दबाव में उठाया गया बताया था. अमेरिका के नई सरकार का रुख इस तरह के संगठनों पर काफी कड़ाई दिखा रही है. 
 
 
वहीं पाकिस्तानी मीडिया ने अपने देश की शरीफ सरकार के इस कदम को भारत अमेरिका के सामने घुटने टेकने जैसा बताया. ऐसा पहली बार नहीं है जब हाफिज सईद को हिरासत में रखा गया हो, उसे पहले भी हिरासत में और जेल में बंद किया जा चुका है. 

Tags

Advertisement