लाहौर: साल 2008 के मुंबई आतंकी हमलों का मास्टरमाइंड और आतंकवादी संगठन जमात उल दावा का प्रमुख हाफिज सईद के खिलाफ पाकिस्तान ने एक और बड़ी कार्रवाई की है. पाकिस्तान की सरकार ने हाफिद का नाम ‘एग्जिट कंट्रोल लिस्ट’ में डाल दिया है, यानी हाफिज सईद पर देश छोड़ने की पाबंदी लगा दी गई है.
पाकिस्तान ने हाफिज के तीनों सगंठन जमात उल दावा, लश्कर ए तैयबा और फलह-ए-इंसानियत फाउंडेशन को भी कंट्रोल लिस्ट में डाल दिया है. साथ ही यहां नवाज शरीफ की सरकान ने हाफिज सईद समेत लश्कर-ए-तैयबा के 37 आतंकियों के नाम डाल दिए हैं. ये लोग भी अब विदेश में नहीं जा सकते. सोमवार को ही हाफिज सईद को घर में नजरबंद किया गया था.
भारत और अमेरिका के दबाव के चलते हाफिज सईद को नजबंद किया गया है उससे आतंकी हाफिज काफी खफा है. पाकिस्तान द्वारा की गई इस कार्रवाई को उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दबाव में उठाया गया बताया था. अमेरिका के नई सरकार का रुख इस तरह के संगठनों पर काफी कड़ाई दिखा रही है. यूएन सिक्युरिटी काउंसिल भी काफी पहले उसे बैन कर चुका है, तो इस लिहाज से सरकार को उसके खिलाफ एक्शन लेना ही होगा.
वहीं पाकिस्तानी मीडिया ने अपने देश की शरीफ सरकार के इस कदम को भारत अमेरिका के सामने घुटने टेकने जैसा बताया. ऐसा पहली बार नहीं है जब हाफिज सईद को हिरासत में रखा गया हो, उसे पहले भी हिरासत में और जेल में बंद किया जा चुका है.