बीजिंग : तिब्बत को लेकर चीन की आंखें एक बार फिर से लाल हो गई हैं. भारत में पूर्व अमेरिकी राजदूत के डिनर में तिब्बत के पीएम के शामिल होने से चीन नाराज हो गया है. बता दें कि चीन तिब्बत को अपना हिस्सा मानता रहा है. चीन ने इसे अपने आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप माना है और इसका कड़ा विरोध किया है. चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि कोई भी देश तिब्बत की निर्वासित सरकार को मान्यता नहीं देता.
रिचर्ड वर्मा ने 15 फरवरी को एक दावत दी थी. यह दावत उन्होंने दिल्ली आए अपने दोस्त और हॉलीवुड अभिनेता रिचर्ड गेरे के सम्मान में दी थी. भारत में अमेरिका के राजदूत रिचर्ड वर्मा की दावत में तिब्बत के निर्वासित सरकार के प्रधानमंत्री लोबसांग सांगेय भी शामिल हुए थे. दावत में केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू भी शामिल हुए थे.
चीन ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. अमेरिकी राजदूत के इस कदम से चीन बौखला गया है. चीन का कहना है कि तिब्बत मामले का इस्तेमाल करके उसके आंतरिक मामले में हस्तक्षेप की कोशिश बर्दाश्त नहीं की जाएगी. चीन ने कहा है कि वह इसके सख्त खिलाफ है.