मेलबर्न : आॅस्ट्रेलिया में एक पांच साल के
सिख लड़के को पगड़ी पहनने के कारण स्कूल में एडमिशन नहीं दिया गया. स्कूल का कहना है कि पगड़ी उनके
स्कूल की यूनिफॉर्म में नहीं आती है.
यह मामला मेलबर्न के मेलटन क्रिश्चन कॉलेज का है. बता दें कि साल 2008 में ऐसे ही एक मामले में निजी संस्थानों के खिलाफ ऐतिहासिक फैसले के बावजूद भी स्कूल ने एडमिशन देने से इनकार कर दिया.
टाइम्स आॅफ इंडिया की खबर के मुताबिक बच्चे के पिता सागरदीप अरोड़ा ने इसका विरोध किया है.
स्कूल ने यूनीफॉर्म बदलने से किया इनकार
सागरदीप अरोड़ा ने कहा है, ‘यह बहुत निराशाजनक है कि स्कूल ने शिक्षा प्राप्त करने के लिए उनके बच्चे को धार्मिक प्रथाओं और पहचान छोड़ने के लिए मजबूर किया गया. हमने विक्टोरियन इक्वल आॅपरच्यूनिटी एंड ह्यूमन राइट्स कमिशन में इसकी शिकायत की है.’
उन्होंने कहा कि स्कूल में समान यूनिफॉर्म होना जरूरी है लेकिन विद्यार्थियों को अपने महत्वपूर्ण
धार्मिक चिह्नों को पहनने देना चाहिए. सागरदीप ने बताया कि हम सिखों में बाल व पगड़ी के महत्व और विभिन्न संस्थानों जैसे स्कूल, सेना और पुलिस में पगड़ी की स्वीकृति पर चर्चा कर रहे हैं.
हालांकि, फिलहाल सकूल ने अपनी यूनीफॉर्म में कोई बदलाव करने से इनकार किया है. साथ ही कहा है कि हमने अपनी 30 सालों के दौरान कभी बच्चों में कोई भेदभाव नहीं किया है लेकिन पगड़ी उनकी यूनिफॉर्म का हिस्सा नहीं है.