शिकागो : आठ साल तक
अमेरिका के राष्ट्रपति रहे
बराक ओबामा ने आज आखिरी बार बतौर राष्ट्रपति शिकागो में भाषण दिया. अपनी फेयरवेल स्पीच के दौरान ओबामा भावुक हो गए. उन्होंने अमेरिका के लोगों का शुक्रिया अदा करते हुए कहा है कि आपके कारण अमेरिका एक बेहतर और मजबूत देश बना है.
उन्होंने कहा कि लोगों ने ही उन्हें बेहतर राष्ट्रपति और बेहतर इंसान बनाया. अमेरिका के अगले राष्ट्रपति बनने वाले
डोनाल्ड ट्रंप पर बात करते उन्होंने कहा कि उन्हें यकीन है कि अमेरिका का भविष्य सुरक्षित हाथों में है.
ओबामा ने कहा कि अगले 10 दिनों में अमेरिका सत्ता के हस्तांतरण का गवाह बनेगा. उन्होंने कहा, ‘मैंने ट्रंप को भरोसा दिलाया है कि मेरा प्रशासन यह सुनिश्चित करेगा कि सत्ता का हस्तांतरण निर्बाध तरीके से हो.’
बता दें कि ओबामा का कार्यकाल 20 जनवरी को खत्म हो रहा है और इसी दिन ट्रंप नए प्रेसिडेंट के रूप में शपथ लेंगे. ओबामा के विदाई भाषण के दौरान लोगों ने आवाज उठाई की ‘चार साल और’ तो उन्होंने कहा कि वह यह नहीं कर सकते.
ओबामा ने अपने विदाई भाषण में भेदभाव के खिलाफ आवाज उठाई. उन्होंने कहा कि वह मुस्लिम अमेरिकियों के खिलाफ भेदभाव की निंदा करते हैं, मुस्लिम भी उतने ही देशभक्त हैं, जितने बाकी लोग हैं.
अमेरिका के राष्ट्रपति ने आतंक के मुद्दे पर जोरदार प्रहार करते हुए कहा कि पिछले 8 सालों में कोई विदेशी आतंकी संगठन अमेरिका की जमीन पर हमला करने में कामयाब नहीं हुआ है. ओबामा ने कहा अगर कोई हमारे समाज के किसी तबके को अलग-थलग करने की कोशिश करता है तो हमें उसकी हर कोशिश को नाकाम करना चाहिए.
उन्होंने मानवाधिकार, महिलाओं के अधिकार और LGBT समुदाय के अधिकारों की रक्षा करने की अपील की. आखिरी भाषण में ओबामा ने कहा कि हमारी जिंदगी और अधिकारों की रक्षा करना सिर्फ सेना का काम नहीं है. अगर हम हार मान लेंगे तो लोकतंत्र डगमगा जाएगा.
अपनी पत्नी और बेटियों की तारीफ करते हुए ओबामा ने कहा कि
मिशेल ओबामा न सिर्फ उनकी पत्नी और बच्चों की मां हैं बल्कि उनकी सबसे अच्छी दोस्त भी हैं. ओबामा ने अपनी बेटियां मालिया और साशा से कहा कि वे दयालु और अद्भुत हैं.
बराक ओबामा ने अपने कैंपेन के पॉप्युलर स्लोगन ‘yes we can’ से अपने भाषण को खत्म किया. वह अपने भाषण के दौरान काफी भावुक हो गए थे.