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मंदबुद्धि से महानता तक का सफर तय करने वाले दुनिया के इस चमकते सितारे ने पूरे विज्ञान को रोशन कर दिया

आज एक ऐसे महान वैज्ञानिक का जन्मदिन है जिससे शायद ही कोई अपरिचित हो. अपनी प्रतिभा , लगन और मेहनत से उन्होनें दुनिया को जो दिया उससे उनका नाम स्वर्ण अक्षरों में दर्ज हो गया. विज्ञान और वैज्ञानिकों की दुनिया में सबसे ज्यादा चर्चा में रहने वाले इस वैज्ञानिक का नाम आइजक न्यूटन है.

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  • January 4, 2017 5:10 am Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
नई दिल्ली. आज एक ऐसे महान वैज्ञानिक का जन्मदिन है जिससे शायद ही कोई ना जानता हो. अपनी प्रतिभा, लगन और मेहनत से उन्होंने दुनिया को जो दिया उससे उनका नाम स्वर्ण अक्षरों में दर्ज हो गया. विज्ञान और वैज्ञानिकों की दुनिया में सबसे ज्यादा चर्चा में रहने वाले इस वैज्ञानिक का नाम आइजक न्यूटन है.
 
न्यूटन का जन्म 4 जनवरी 1643 को लिंकानशायर (इंगलैंड) में हुआ था. विज्ञान के इतिहास पर सबसे अधिक प्रभाव उनका माना जाता है. उनके पिता एक किसान थे. उनका जन्म पिता के मृत्यु के तीन माह बाद हुआ. वे जब तीन साल के हुए तब उनकी मां ने फिर शादी कर ली. उन्हें नानी के पास छोड़ दिया गया. न्यूटन जीवन भर अविवाहित रहे.
 
17 साल की उम्र में न्यूटन का दाखिला एक सरकारी स्कूल में कराया गया. उनका मन पढ़ाई में बिल्कुल नहीं लगता था. हांलाकि गणित विषय में उनकी रुचि थी. बाद में उन्हें स्कूल से निकाल दिया गया. इंग्लैंड के इस वैज्ञानिक ने गुरुत्वाकर्षण की खोज की. वे एक महान गणितज्ञ भी थे. उन्होंने कई किताबें भी लिखीं. 
 
न्यूटन बहुत कम बातचीत करते थे. वे स्वभाव से गुस्सैल थे इसीलिए उनका कोई मित्र नहीं था. इस महान वैज्ञनिक ने विज्ञान जहां से शुरु होता है उसका आधार दिया. न्यूटन ने जुलाई 1961 में कैंब्रिज विश्वविद्यालय के त्रिनिट्री कॉलेज में परीक्षा पास करके एडमिशन कराया. कैंब्रिज में 14 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को ही प्रवेश मिलता था लेकिन न्यूटन को 19 वर्ष की आयु में प्रवेश मिला.
 
इस महान वैज्ञानिक को दुनिया पढ़ाई में फिस्डडी मानती थी. यहां तक की शुरुआत में उन्हें सनकी, पागल और नकारा भी कहा गया. अपने पढ़ाई का खर्च निकालने के लिए उन्हें अपने धनी मित्रों के घर काम भी करना पड़ा था. दुनिया का यह चमकता सितारा पूरे विज्ञान को रोशन कर गया. उनके दिए गए विज्ञान के सिद्धांतों के बिना विज्ञान की कल्पना भी नहीं की जा सकती है.

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