रोम : ईसाई धर्मगुरु पोप फ्रांसिस क्रिसमस पर हो रही खरीदारी से काफी नाराज हैं. रविवार को क्रिसमस के मौके पर उन्होंने कहा कि क्रिसमस अब क्रिसमस नहीं रह गया है. यह बाजारवाद का शिकार हो गया है.
पोपे ने वेटिकन में करीब 10000 लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि बाजार की रौनक और चमक-धमक के बीच क्रिसमस धूमिल हो रहा है. बाजारवाद ने तो क्रिसमस को जैसे बंधक ही बना लिया है. हमें क्रिसमस को बाजारवाद के इस चंगुल से मुक्त कराना होगा.
वहीं उन्होंने कहा कि हमें क्रिसमस पर उन लोगों को याद करना चाहिए जो चैन से जी नहीं पा रहे हैं. युद्ध ने उनके बचपन को बर्बाद कर दिया है. युद्ध वाले इलाकों के बच्चे फुटपाथ पर सोने को विवश हैं.
पोप ने कहा कि हमें बाजारवाद से निकलकर क्रिसमस को सादगी के साथ मनाना चाहिए. क्रिसमस सादगी का संदेश देने वाला है ना कि बाजार की चमक में खो जाने वाला. बता दें कि पोप का यह चौथा क्रिसमस था. उन्हें 2013 में पोप चुना गया था.