इस्लामाबाद: पाकिस्तान में छठी कक्षा में पढ़ने वाले बच्चे ने राष्ट्रपति ममनून हुसैन के कार्यालय पर अपने एक भाषण की कथित चोरी का आरोप लगाया है. इसके लिए बच्चे ने अपने पिता नसीम अब्बास नासिर की मदद से इस्लामाबाद हाईकोर्ट में मुकदमा दर्ज कराया है. बच्चा मोहम्मद सबील हैदर ने कहा है कि उसने यह भाषण मोहम्मद अली जिन्ना की जयंती पर आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रम में देने के लिए तैयार किया था.
सबील हैदर ने कहा कि उसने अपने भाषण की सामग्री चुराने और उसकी मंजूरी के बिना उसे किसी और को देने के लिए राष्ट्रपति कार्यालय के खिलाफ याचिका दायर की थी. न्यायमूर्ति आमिर फारूक ने हैदर की याचिका बनाए रखने पर फैसला सुरक्षित रखा. बच्चे की उम्र कम होने के कारण उसके पिता ने यह मामला दर्ज कराया.
डॉन अखबार में छपी खबर के अनुसार 11 साल का मोहम्मद सबील इस्लामाबाद कॉलेज फॉर बॉयज में पढ़ता है. उसे 22 दिसंबर को इस्लामाबाद में राष्ट्रपति भवन में जिन्ना पर भाषण देने के लिए चुना गया था. हैदर का कहना है कि इस मौके को रिकॉर्ड किया जाना था. 25 दिसंबर को मोहम्मद अली जिन्ना की 141वीं जन्मदिन है, उसी मौके पर भाषण पाकिस्तान टेलीविजन पर ऑन एयर होनी थी. लेकिन जब मैं राष्ट्रपति भवन पहुंचा तो वहां के अधिकारियों ने मुझसे कहा कि अब तुम भाषण नहीं दे पाओगे.
साबिल की ओर से दाखिल याचिका में आरोप लगाया है कि बाद में हैदर को बताया गया कि अब यह भाषण एक दूसरे स्कूल की आयशा इश्तियाक नाम की एक लड़की देगी और जब उसने वह भाषण दिया तो मुझे को एहसास हुआ कि यह भाषण तो उसने लिखा है. बाद में राष्ट्रपति ने उन्हें एक सरहाना पत्र भी दिया. हैदर के वकीलों ने अपने पक्ष में साल 1967 के बौद्धिक संपदा और कॉपीराइट कानून का हवाला दिया और भाषण का इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया पर प्रसारण रोकने की भी मांग की.