न्यूयॉर्क : अंतर्राष्ट्रीय रेटिंग एजेंसी मूडीज ने मोदी सरकार को बड़ा झटका देते हुए भारत की रेटिंग बढ़ाने से इंकार किया है. रायटर्स की खबर के अनुसार केंद्र सरकार ने अंतरराष्ट्रीय रेटिंग एजेंसी मूडीज पर अपनी रेटिंग अपग्रेड करने के लिए दबाव बनाने का प्रयास किया था. लेकिन सरकार की यह कोशिश सफल नहीं हो पाई. इसके अलावा तीन शीर्ष ग्लोबल रेटिंग एजेंसियों ने भी भारत की रेटिंग में कोई सुधार नहीं किया है.
एजेंसी रॉयटर्स ने खबर दी है कि अगर पीएम मोदी मूडीज से बेहतर रेटिंग हासिल करने में कामयाब हो जाते तो इससे देश में विदेशी निवेश बुलाने की कोशिशों को मदद मिलती. वहीं भारत सरकार का दावा है कि वह दुनिया में सबसे तेज गति बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था है. ऐसे में मूडीज रेटिंग में सुधार सरकार की कोशिशों को बल देती है.
बताया जा रहा है कि एजेंसी ने भारत के कर्ज स्तर और बैंकों के नाजुक हालात का हवाला देते हुए ऐसा करने से इनकार कर दिया. यह बात रॉयटर्स ने कई दस्तावेजों की समीक्षा के बाद रिपोर्ट में बताई है. पूर्व में वित्त मंत्रालय और अंतराष्ट्रीय रेटिंग एजेंसी मूडीज के बीच बातचीत के अप्रकाशित संवाद से पता चलता है कि नई दिल्ली रेटिंग कर्ज के बोझ और 136 बिलियन डॉलर के कर्ज तले बैंकों के मुद्दे पर एजेंसी को संतुष्ट नहीं कर पाई.