इस्लामाबाद. सिंधु जल समझौते पर पाकिस्तान ने भारत को धमकी देते हुए कहा है कि वह सिंधु जल समझौते में कोई भी बदलाव सहन नहीं करेगा. पाकिस्तानी अखबार डॉन में छपी एक खबर में कहा गया है कि पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के विशेष सहयोगी तारिख फातमी ने कहा है कि पाकिस्तान सिंधु जल समझौते के मौजूदा प्रावधानों में किसी तरह के बदलाव को स्वीकार नहीं करेगा..
बता दें कि भारत ने कल यानी शुक्रवार को कहा था कि वह संधि को लागु करने के मामले में पाकिस्तान के साथ किसी भी तरह का मतभेद हल करने के लिए तैयार है. भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने सिंधु जल समझौते को लेकर विश्व बैंक के फैसले पर संतोष जताया था और कहा था कि पाकिस्तान की आपत्तियों का द्धिपक्षीय ढ़ंग से निस्तारण किया जा सकता है. विकास स्वरुप ने कहा था कि भारत का हमेशा मानना रहा है कि सिंधु जल संधि के क्रियान्वयन खासकर तकनीकी सवालों और मतभेदों का समाधान द्धिपक्षीय ढ़ंग से होना चाहिए.
पाकिस्तान का आरोप है कि भारत दो विवादित परियोजनाओं को लेकर दबाव बना रहा है. पाकिस्तान रतले और किशनगंगा परियोजना पर आपत्ति जताता रहा है और कहता रहा है कि यह सिंधु जल समझौते का उल्लंघन है. कुछ समय पहले भारत ने सिंधु जल समझौते के समीक्षा की बात कही थी. उरी हमले के बाद भारत में इस समझैते को रद्ध करने की बात भी कही जा रही थी.
1960 में हुई इस संधि के तहत सिंधु घाटी की व्यास, रवि और सतलज नदी पर भारत जबकि चेनाब और झेलम नदी पर पाकिस्तान का नियंत्रण है पाकिस्तान ने 2013 में सिंधु जल समझौते को लेकर अंतर्राष्ट्रीय अदालत का रुख किया था. अदालत ने पाकिस्तान की आपत्तियों को खारिज कर दिया था.