रियाद : सऊदी अरब के दौरे पर पहुंची रक्षा मंत्री उर्सुला वोन देर लेयेन ने अबाया और हिजाब पहनने से मना कर दिया. उन्हें सऊदी अरब की राजधानी रियाद पहुंचने पर पहनने के लिए अबाया और हिजाब दिया गया था लेकिन उर्सुला ने इसे पहनने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि पुरुषों की तरह औरतों को भी अपने कपड़े चुनने का अधिकार है.
क्रिश्चन डेमोक्रेटिक यूनियन की नेता लेयेन जर्मनी में रक्षा संबंधी पद संभालने वालीं पहली महिला हैं. वह रियाद में द्विपक्षीय बातचीत के लिए आई थीं. उन्हें जब पहनने के लिए हिजाब दिया गया तो, लेयेन ने कहा, ‘बेशक, मैं दूसरे देश की रिवाजों का सम्मान करती हूं. हम उन्हें पूरा करने की कोशिश करते हैं लेकिन उसकी भी एक सीमा है. मेरी प्रतिनिधि मंडल में किसी महिला को आब्या नहीं पहनना पड़ता. अपने कपड़े चुनना हर पुरुष और महिला का अधिकार है.’
पहले भी हुआ है इनकार
बता दें कि जर्मनी की मंत्री का यह फैसला हैरानी वाली बात नहीं है क्योंकि हाल ही में जर्मनी कि चांसलर एंजेला मार्केल ने हिजाब पर रोक लगाने की पेशकश की थी. इससे पहले अमेरिका की फर्स्ट लेडी मिशेल ओबामा, एंजेला मार्केल, हिलेरी क्लिंटन और कॉन्डोलीजा राइज भी आब्या पहनने से मना कर चुकी हैं.
वहीं, कुछ दिन पहले सऊदी अरब में एक महिला को बिना निकाब पहने तस्वीर पोस्ट करने पर हिरासत में ले लिया गया था. अब सोशल मीडिया पर लोग गुस्सा निकाल रहे हैं. उनका कहना है कि उस लड़की की तरह लेयेन को भी हिरासत में क्यों नहीं लिया गया. सऊदी अरब एक मुस्लिम बहुल देश है, जहां पर शरीयत कानून का पालन किया जाता है. यहां महिलाओं के लिए बने रुढ़िवादी नियमों की अक्सर आलोचना होती रहती हैं.
सऊदी अरब में महिलाओं के अकेले निकलने और गाड़ी चलाने पर पाबंदी है और उनका अबाया पहनना अनिवार्य है. अबाया एक कंधे से पैरों तक की ड्रेस होती है, जिससे औरतों को बाहर निकलते हुए पहनना अनिवार्य है. वहीं, हिजाब सिर ढकने के लिए उपयोग किया जाता है.