वॉशिंगटन. पाकिस्तान ने एक बार फिर से संयुक्त राष्ट्र में सिंधु जल संधि मामले को उठाते हुए भारत को चेतावनी दी है. पाकिस्तान ने कहा है कि भारत सिंधु जल समझौते को दबाव बनाने का हथियार न बनाए. उसने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से कहा है कि इस तरह के मामलों पर ध्यान दे, जब तनाव या युद्ध की स्थिति में पानी से जुड़े मामलों को हथियार बनाया जाता है.
पाकिस्तान ने कहा है कि युद्ध या दबाव बनाने के माध्यम के रूप में पानी का इस्तेमाल नहीं किया जाए. उसने इस बात पर जोर दिया कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को जल संबंधी मामलों को सुलझाने में सहयोग बनाए रखने की अनिच्छा के हर संकेत को लेकर सतर्क बनना चाहिए. संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान की राजदूत मलीहा लोधी ने यह बात पानी, शांति और सुरक्षा विषय पर आयोजित सेमिनार में कही.
मलीहा ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को जलमार्गों पर द्विपक्षीय और क्षेत्रीय समझौतों को प्रोत्साहित करना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उन्हें एकतरफा या दबाव बनाने वाले कदम उठाकर कमजोर न बनाया जाए. उन्होंने भारत-पाकिस्तान सिंधु जल संधि को ऐसा मॉडल करार दिया, जिसके जरिए इस बात को दर्शाया जा सकता है कि द्विपक्षीय समझौतों के जरिए क्या हासिल किया जा सकता है.
बता दें कि भारत-पाकिस्तान के बीच के इस समझौते में भारतीय क्षेत्र से पानी पाकिस्तानी क्षेत्र में जाता है. इस समझौते में विश्व बैंक भी भागीदार है. बीते दस नवंबर को उसने विवाद की स्थिति में मध्यस्थता का प्रस्ताव रखा है.