पेइचिंग. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से 500 और 1000 के नोटों को बैन किए जाने के फैसले की चीनी मीडिया ने भी देश के लिए एक बड़ा कदम बताया है. चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने पीएम मोदी के इस फैसले को साहसिक और हैरतअंगेज करार दिया है. हालांकि चीनी मीडिया ने इस कदम को भ्रष्टाचार से निपटने में नाकाफी भी करार दिया है.
PM मोदी ने अच्छे फैसले लिए
ग्लोबल टाइम्स ने पीएम मोदी को भ्रष्टाचार से निपटने के लिए चीनी राष्ट्रपति शी चिनपिंग की ओर से चलाए गए एक अभियान से सीख लेने की भी सलाह दे डाली है. टाइम्स ने लिखा है कि पीएम मोदी का यह फैसला भ्रष्टाचार और काले धन के खिलाफ लड़ाई में उठाया गया एक बहुत बड़ा कदम है.
कैश में ही होते हैं भारत में अवैध धंधे
पीएम मोदी की मुहिम में चीन के सुझाव शीर्षक से में लिखे लेख में कहा गया है, ‘पीएम मोदी ने सही मंशा से यह फैसला लिया गया है और यह भारत की इस वक्त वास्तविकता को ध्यान में रखते हुए पूरी तरह सही और मजबूत है. लेख में लिखा है कि भारत में ज्यादातर अवैध धंधे कैश में ही होते हैं और इनमें बड़ी मुद्रा का योगदान सबसे ज्यादा रहा है.
मोदी सरकार ने भ्रष्टाचार से निपटने के लिए कड़े फैसले लिए
लेख मे आगे लिखा है कि पीएम मोदी ने सत्ता संभालने से लेकर अब तक भ्रष्टाचार और टैक्स उल्लंघन जैसे मामलों से निपटने के लिए कई कड़े और मजबूत कदम उठाए हैं. हालांकि यह पूरी तरीके से नहीं कहा जा सकता कि पीएम द्वारा लिए इस फैसले से भ्रष्टाचार को पूरी तरह से खत्म किया जा सकता है.
नई दिल्ली को बीजींग से कुछ सुझाव लेने चाहिए
अखबार ने राष्ट्रपति चिनपिग की ओर से चीन में चलाए गए भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान का हवाला देते हुए लिखा है कि नोटबंदी के अलावा भी मोदी सरकार को भ्रष्टाचार से निपटने के लिए कुछ और कड़े कदम उठाने होंगे. इनमें सबसे महत्वपूर्ण चीज है, बनी हुई व्यवस्था में सुधार करना. इस संदर्भ में नई दिल्ली को बीजींग से भी कुछ सुझाव लेने चाहिए.
चीन में लाखों भ्रष्ट अधिकारियों को जेल भेजा
टाइम्स ने लिखा है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ राष्ट्रपति चिनपिंग की मुहिम के चलते चीन में लाखों भ्रष्ट अधिकारियों को अब तक जेल भेजा जा चुका है. साल 2012 में राष्ट्रपति जिनपिंग के पद संभालने के बाद से ही भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ा और मजबूत अभियान चलाया है और वह इसके बाद माओ-त्से तुंग के बाद सबसे मजबूत नेता के तौर पर उभरते दिखे हैं.