वाशिंगटन. अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए डेमोक्रेटिक उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन को हराकर डोनाल्ड ट्रंप ने इलेक्टोरल 288 वोटों के साथ जीत हासिल कर ली है.
अमेरिका में ट्रंप के सत्ता में आने के बाद पाकिस्तान की चिंता बढ़ गई है. क्योंकि ट्रंप हमेशा से अतंकवाद के मसीहा पाकिस्तान और मुस्लिमों के खिलाफ हमेशा से सख्त रहे हैं. जिससे पाकिस्तान को आर्थिक और सुरक्षा जैसे कई मामलों में कई नुकसान का सामना करना पड़ सकता है.
पाक की मुश्किलें बढ़ेंगी
डोनाल्ड ट्रंप हमेशा से आतंकवाद के मसीहा पाकिस्तान की नीतियों के सख्त खिलाफ रहे हैं. ट्रंप ने चुनाव से पहले अपने प्रचार के दौरान पाकिस्तान को सबसे खतरनाक देश बताया था. उन्होंने कहा था कि पाक से निपटने के लिए भारत के साथ जरूरी है. आप इससे अंदाजा लगा सकते हैं कि यह पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को जल्द ही चरमराकर रख देगा. इसके अलावा पहले पाकिस्तान को अमेरिका से संरक्षण प्राप्त था, लेकिन ट्रंप के आने से अब उसका संरक्षण खतरे में आ गया है. ट्रंप ने पाकिस्तान को अलकायदा कमांडर ओसामा बिन लादेन को अपने यहां शरण देने का आरोप लगाते हुए माफी मांगने की मांग भी की थी.
ट्रंप के आने से भारत-अमेरिका के रिश्तों में सुधार
ट्रंप ने ये भी कहा था कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है और अमेरिका का सहयोगी देश भी है. ट्रंप के आने से भारत से रिश्तों में सुधार आने की उम्मीद है. इसके अलावा डोनाल्ड ट्रंप हमेशा से ही अपने डिबेड में आतंकवाद को निशाने बनाते रहे हैं. इसे लेकर उन्होंने यह तक कह दिया था कि वह अमेरिका में मुस्लिमों की एंट्री बैन कर देंगे इससे साफ जाहिर होता है कि भारत जो कि हमेशा से आतंकवाद के खिलाफ रहा है. उसे आतंकवाद पर डोनाल्ड ट्रंप का अतंराष्ट्रीय स्तर पर समर्थन मिलना अपने आप में ही बड़ी बात होगी. इससे न केवल भारत के रिश्तों में और अधिक सुधार होगा, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था में भी बदलाव आएगा.