बैंकाक. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार से तीन दिन की जापान यात्रा पर रवाना हो गए हैं. पीएम मोदी ने जापान पहुंचने पर जापानी भाषा में ट्वीट किया. उम्मीद की जा रही है कि पीएम मोदी की इस यात्रा से भारत और जापान के बीच परमाणु करार पर हस्ताक्षर हो जाएगा. इसके साथ ही निवेश, व्यापार और सुरक्षा समेत विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा होने की उम्मीद है.
पिछले साल जापानी पीएम शिंजो अबे जब भारत आए थे तब दोनो देशों ने इस बारे में व्यापक सहमति बनाई थी लेकिन कुछ तकनीकी और कानूनी पहलू सुलझ नहीं पाए थे इसलिए इस पर हस्ताक्षर नहीं हो पाया था. इसपर बातचीत कई वर्षों से चल रही है. हस्ताक्षर करने के लिए काफी लम्बे समय से इंतजार हो रहा था.
मोदी के जापान की ओर मित्रता का हाथ बढाने से चीन की हेकड़ी भी कम होने की उम्मीद है. बता दें कि दक्षिण चीन सागर में चीन की दबंगई से कई देश परेशान हैं. भारत जापान के साथ मिलकर इस क्षेत्र में चीन के प्रभाव को कम करने की कोशिश करेगा. पीएम की इस जापान यात्रा का महत्व बहुत ज्यादा है.
पीएम मोदी अबे से मिलकर वार्षिक स्तर की शिखर बैठक करेंगे. दोनो देश अपने सामरिक संबंधों को और मजबूत बनाने पर भी बात करेंगे. बता दें कि भारत जापान से 10000 करोड़ रुपए के एक दर्जन uS-2i एम्फीबियर एयरक्राफ्ट खरीदेगा. सुरक्षा और अर्थव्यवस्था पर भी दोनो देश आपसी सहयोग बढाने पर चर्चा करेंगे. बता दें कि पीएम मोदी प्रधानमंत्री बनने के बाद दूसरी बार जापान यात्रा पर जा रहे हैं. इससे पहले वे सितंबर 2014 में जापान गए थे.