न्यूयॉर्क. अमेरिकी सरकार ने एच1-बी वीजा नियमों के उल्लंघन के लिए भारत की दो सबसे बड़ी भारतीय आउटसोर्सिंग कंपनी टीसीएस और इंफोसिस के खिलाफ जांच शुरू की है. इन कंपनियों पर एच1-बी वीजा से जुड़े नियमों को तोड़ने का आरोप है. अमेरिकी श्रम विभाग पूरे मामले की जांच कर रहा है.
अमेरिका के अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक वहां का श्रम विभाग इस बात की जांच कर रहा है कि क्या टीसीएस और इन्फोसिस ने बिजली बनाने वाली सदर्न कैलिफोर्निया एडिसन नाम की कंपनी के साथ हुए अपने कॉन्ट्रैक्ट में वीजा से जुड़ी कोई गड़बड़ी की है? सदर्न कैलिफोर्निया एडिसन ने हाल ही में अपने 500 टेक्नॉलजी वर्करों को निकाल दिया था.
दावा किया जा रहा है कि इन वर्करों को नौकरी छोड़ने से पहले भारतीय फर्मों के द्वारा टेंपररी वर्क वीजा (एच1-बी) पर लाए गए लोगों को ट्रेनिंग देने को कहा गया था. कुछ दिनों पहले ही खबर आई थी कि एंटरटेनमेंट कंपनी वॉल्ट डिज्नी ने अपने सैकड़ों कर्मचारियों को निकाल दिया है. उनकी जगह एच1-बी वीजा वाले भारतीयों को नौकरी दे दी गई.
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