नई दिल्ली. पाकिस्तान सरकार भले ही आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के मुखिया मसूद अजहर को आतंकी मानने में इंकार कर रही हो. लेकिन पूर्व पाकिस्तानी राष्ट्रपति परवेश मुशर्रफ ने मौलाना मसूद अजहर को आतंकवादी माना है. मुशर्रफ ने ये बातें एक टीवी चैनल को दिए गए इंटरव्यू में कबूल की. परवेज ने इस दौरान कहा कि मसूद अजहर पाकिस्तान में होने वाले कई बम धमाकों के लिए जिम्मेदार है.
पाकिस्तानी न्यूज चैनल ‘न्यूज नेशन’ की विज्ञप्ति के अनुसार मुशर्रफ ने टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा कि चीन को क्यों शामिल किया जाए, जब उसका अजहर से कोई मतलब नहीं है. मुशर्रफ ने पाकिस्तान सरकार के अंतरराष्ट्रीय मंच पर कूटनीतिक नाकामी को स्वीकार लिया. हालांकि उन्होंने कहा कि इसका ये मतलब नहीं कि पाकिस्तान को हल्के में लेना चाहिए. यह पूछे जाने पर कि पाकिस्तान की प्रगति के लिए राजनीतिक नेतृत्व उपयुक्त है या सेना, मुशर्रफ ने कहा कि सेना जब सत्ता में रही है देश में विकास हुआ है.
गुलाम कश्मीर में आतंकी शिविरों के बारे उन्होंने अनभिज्ञता जाहिर की.इस दौरान परवेज ने कहा कि इस बारें में मुझे नहीं पता. लेकिन बाद में कुटिल मुस्कान के साथ कहा कि जब मैं इनकी गिनती कर लूंगा, तब सही जवाब दे पाऊंगा. बलूचिस्तान, सिंध और गुलाम कश्मीर में चल रहे विरोध प्रदर्शन के बारे में पूछने पर उन्होंने कश्मीर और बुरहान वानी का जिक्र कर मुद्दे को भटकाने की कोशिश की.
परवेज मुशर्फ ने पिछले दिनों कश्मीर घाटी में मारे आतंकी बुरहान वानी को युवा नेता करार दिया. मुशर्रफ ने कहा कि मैं सेना में रहा हूँ और मुझे पता है कि नेता किसे कहा जा सकता है. प्रधानमंत्री नवाज शरीफ पर टिप्पणी करते हुए नवाज शरीफ ने कहा कि उनकी नीतियों की वजह से पाकिस्तान अलग-थलग पड़ गया है. शरीफ में आक्रामकता की कमी है. कूटनीतिक स्तर पर पाकिस्तान सरकार नाकाम रही है.