पेशावर. ‘नेशनल जियोग्राफिक’ मैगजीन के कवर पेज पर तस्वीर प्रकाशित होने के बाद सुर्खियों में आयी हरी आंखों वाली ‘अफगान लड़की’ शरबत गुला को पाकिस्तान में फर्जी पहचान पत्र रखने के आरोप में आज गिरफ्तार कर लिया गया है. अफगानिस्तान में हालात खराब होने के बाद शरबत पाकिस्तान में आ गयी और एक पाकिस्तानी पुरुष से विवाह कर लिया. उसे दो साल की जांच के बाद धोखाधड़ी के लिए गिरफ्तार किया गया है.
बुधवार को पेशावर शहर से उसे फेडरल इनवेस्टिगेशन एजंसी ने उसके घर से पकड़ा गया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक शरबत बीबी पर कम्प्यूटराइज्ड नेशनल आइडेंडिटी कार्ड (CNIC) की धोखाधड़ी करने का आरोप है. बीबी ने पाकिस्तान और अफगान, दोनों नागरिकताएं ले रखी हैं, उसके दोनों आई-कार्ड बरामद कर लिए गए हैं.
अधिकारियों ने कहा कि दिए गए पते पर मौजूद रिश्तेदारों ने फॉर्म में उसके बेटे के तौर पर दर्ज दो व्यक्तियों को पहचानने से इनकार कर दिया है. बता दें कि शरबत बीबी ‘अफगान गर्ल’ के नाम से तब मशहूर हुई थीं जब नेशनल जियोग्राफिक के फोटोग्राफर स्टीवी मैककरी ने उनकी तस्वीर 1984 में पेशावार के किनारे स्थित नसीर बाग रिफ्यूजी कैंप खींची थी, तब उसकी पहचान शरबत गुला के नाम से हुई थी.
शरबत को दुनिया भर में उसकी तस्वीर की वजह से पहचान मिली. उसकी तस्वीर नेशनल जियोग्राफिक के जून 1985 अंक के कवर पर छपी थी, तब उसकी उम्र करीब 12 साल थी. अपनी पहली तस्वीर के इतने मशहूर होने के बाद से वह गुमनामी की जिंदगी बिता रही थी.
2002 में उसे फिर से नेशनल जियोग्राफिक ने ढूंढ़कर निकाला था. यह तस्वीर लाल स्कार्फ़ पहने, हर आंखों वाली जवान शरबत गुला की है जो कैमरे की तरफ काफी गंभीरता से देख रही हैं. इसे लियोनार्डो दा विन्ची की पेंटिंग मोनालिसा से भी जोड़कार देखा गया है. इसे पहली दुनिया की तीसरी मोनालिसा भी कहा गया.