इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि फिलिस्तीन के साथ शांति वार्ता बहाल करने के लिए कोई पूर्व शर्त नहीं होगी. उन्होंने द्वि-राष्ट्र समाधान के लिए इजरायल की प्रतिबद्धता को भी दोहराया. समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, नेतन्याहू ने मंगलवार को वार्षिक हर्जलिया कांफ्रेंस में कहा कि वह द्वि-राष्ट्र समाधान को लेकर प्रतिबद्ध हैं और फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास के साथ छह सालों से बातचीत की लगातार कोशिश कर रहे हैं और उन्हें बिना किसी पूर्वशर्त के शांति वार्ता बहाल करने के लिए मना रहे हैं.
जेरूसलम. इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि फिलिस्तीन के साथ शांति वार्ता बहाल करने के लिए कोई पूर्व शर्त नहीं होगी. उन्होंने द्वि-राष्ट्र समाधान के लिए इजरायल की प्रतिबद्धता को भी दोहराया. समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, नेतन्याहू ने मंगलवार को वार्षिक हर्जलिया कांफ्रेंस में कहा कि वह द्वि-राष्ट्र समाधान को लेकर प्रतिबद्ध हैं और फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास के साथ छह सालों से बातचीत की लगातार कोशिश कर रहे हैं और उन्हें बिना किसी पूर्वशर्त के शांति वार्ता बहाल करने के लिए मना रहे हैं.
इजरायल और फिलिस्तीन के बीच शांति वार्ता बीते साल अप्रैल महीने में बीच में ही रोक दी गई थी, जब इजरायल ने फिलिस्तीनी कैदियों के तीसरे जत्थे को रिहा करने से मना कर दिया था और पश्चिमी तट तथा पूर्वी जेरूसलम में बस्तियां बसाने को मंजूरी दी थी. फिलिस्तीन भी इसी क्षेत्र में अपनी बस्तियां बसाने का इच्छुक है.
इसके बाद से ही पश्चिमी तट तथा पूर्वी जेरूसलम में यहूदी बस्ती बसाने के लिए भवन निर्माण कार्य जारी रखने, राष्ट्रवादी नीतियों एवं विस्फोटक सुरक्षा हालातों की वजह से इजरायल को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है. दूसरी तरफ फिलिस्तीन इजरायल के अधिग्रहण को खत्म करने और फिलिस्तीनी राष्ट्र की स्थापना के लिए कूटनीतिक कदम उठा रहा है. कई यूरोपीय राष्ट्रों ने फिलिस्तीन का समर्थन भी किया है.
IANS