वॉशिंगटन. गोपनिय दस्तावेजों को लीक करने वाली वेबसाइट विकिलिक्स ने अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा के निजी ई-मेल को सार्वजनिक कर दिया है. इन ई-मेलों को सार्वजनिक करने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी को एक बार फिर शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा है. विकिलिक्स ने गुरुवार को ट्वीट किया है कि विकिलिक्स ने सीक्रेट पतों के माध्यम से भेजे गए राष्ट्रपति बराक ओबामा के ई-मेल की पहली खेप का खुलासा कर दिया गया है.
‘ओबामा की और भी बातचीत का हो सकता है खुलासा’
इस ट्वीट के अंदाज से लगता है कि राष्ट्रपति ओबामा के और भी निजी बातचीतों का खुलासा किया जाएगा. अमेरिकी अखबार ‘न्यूयॉर्क पोस्ट’ के अनुसार विकिलिक्स ने सात संदेशों को एक साथ प्रकाशित किया है, इसमें एक ई-मेल एड्रेस कथित तौर पर commander-in-cheif:bobama@ameritech.net पर है.
‘G-20 बैठक का हिस्सा न बनें ओबामा’
ई-मेल का एक कनवर्सेशन चार नवंबर 2008 तारीख की है, इस दिन राष्ट्रपति चुनाव होना था. ओबामा की ट्रांजिशन टीम के को-प्रेसिडेंट जॉन पोडेस्टा ने ओबामा से आग्रह किया था कि वह वैश्विक वित्तीय संकट पर 15 नवंबर को G-20 बैठक का इंविटेशन एक्सेप्ट न करें और यदि अपने कार्यकाल को पूरा कर रहे राष्ट्रपति जॉर्ज बुश, ओबामा के ऑफिशियली रूप से निर्वाचित होने के बाद यदि उन्हें रात को आमंत्रित करते हैं, तो भी उन्हें इस सम्मेलन को नकार देना चाहिए.
‘जॉर्ज बुश सामने उठाएं यह मुद्दा’
पोडेस्टा ने कहा है कि ये भी हो सकता है कि राष्ट्रपति जॉर्ज बुश यह मुद्दा रात को आपके सामने उठाएं. इसलिए मैं चाहता हूं कि आप इस बात को लेकर अलर्ट रहें कि आपके लिए यह एकमत से की गई सिफारिश है कि आप उस बैठक में बिल्कुल हिस्सा न लें.
वाशिंगटन में जब G-20 सम्मेलन की बैठक हुई थी, तो उसमें ओबामा नहीं गए थे. ओबामा के कथित ई-मेल आईडी पर गुरुवार को एक मेल भेजा गया. जो वापस नहीं आया, इसका साफ मतलब है कि यह अकाउंट अभी भी एक्टिव हो सकता है.
हिलेरी क्लिंटन के प्रचार अभियान की प्रमुख हैं पोडेस्टा
व्हाइट हाउस ने इन मुद्दे पर कोई भी टिप्पणी करने से साफ मना कर दिया है. अमेरिकी खुफिया अधिकारियों का मानना है कि डेमोक्रेटिक पार्टी के ई-मेल को इस तरह सार्वजनिक करने के पीछे रूस की ही साजिश है. ओबामा के संदेश पोडेस्टा के हैक हुए तकरिबन 23,000 ई-मेल में से हैं. वर्तमान में पोडेस्टा डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन के प्रचार अभियान की प्रमुख हैं.