इस्लामाबाद. कभी भारत-पाक युद्ध से पूरा कश्मीर मांगने वाले पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो के बेटे और पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (पीपीपी) के नेता बिलावल भुट्टो का अब लगता है कि समय बदल गया है. बिलावल भुट्टो ने कहा है कि भारत-पाकिस्तान के बीच लोग युद्ध नहीं शांति चाहते हैं. बिलावल ने ये भी कहा है कि कश्मीर समस्या का हल सेना से नहीं निकालेगा.
‘युद्ध नहीं शांति चाहिए’
बिलावल ने ट्वीट करके कहा है कि भारत-पाक के बीच युद्ध नहीं शांति होनी चाहिए. उन्होंने सीरिया युद्ध पर बना एक विडियो ट्वीट किया. उस वीडियो में सीरिया का एक बच्चा अपने हालात के बारे में बता रहा है. लड़के ने बताया कि वो कैसे खाने को कूड़े से ढ़ूंढ़-ढ़ूंढ़ कर खाता है और भूख में घास तक खा लेता है. उन्होंने लिखा कि भारत और पाकिस्तान दोनों देखें कि युद्ध का परिणाम कैसा होता है. बिलावल ने यह भी कहा है कि कश्मीर समस्या का हल सेना द्वारा नहीं निकाला जा सकता.
‘कोई फर्क नहीं पड़ता दुनिया क्या चाहती’
बिलावल ने एक और ट्वीट किया और इसमें लिखा कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि दुनिया क्या चाहती है, इससे भी कोई फर्क नहीं पड़ता कि मीडिया और नेता क्या कहते हैं, लेकिन भारत-पाकिस्तान के लोग शांति चाहते हैं.
दोनों देशों में तनाव का माहौल
बता दें कि उरी आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (एलओसी) पार कर सर्जिकल स्ट्राइक की थी. इसके बाद भारत-पाकिस्तान के बीच काफी तनाव का माहौल हो गया है. बॉर्डर पर दोनों सेनाएं आमने-सामने हैं. एलओसी पर दोनों देशों की तरफ से रुक-रुक कर फायरिंग भी जारी है. इस प्रकार के तनाव के मौके पर बिलावल का यह ट्वीट काफी अहम है.
‘कश्मीर मुद्दे का हल सेना नहीं निकाल सकती’
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बिलावल पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की ऑल पार्टी मीटिंग में भी उपस्थित थे. बिलावल ने पाक पीएम की आलोचना करते हुए कहा कि कश्मीर मुद्दे का हल सेना कभी नहीं निकाल सकती. बिलावल ने नवाज शरीफ की विदेश नीति की आलोचना की. उन्होंने कहा कि पाक पीएम ने दुश्मनी का माहौल बना दिया है.
पहले पूरा कश्मीर मांग चुके हैं बिलावल
हालांकि बिलावल के ये दोनों ट्वीट काफी महत्वपूर्ण और समझदारी भरे हैं, लेकिन साल 2014 में उन्होंने इस प्रकार की जागरुकता नहीं दिखाई थी. तब बिलावल ने कश्मीर मुद्दे पर काफी आक्रामक रुख दिखाया था. बिलावल ने तब कहा था कि वह पूरा का पूरा कश्मीर तो हासिल करके रहेंगे क्योंकि कश्मीर पर केवल पाकिस्तान का हक है.