नई दिल्ली. तुर्की में आपातकाल तीन महीने के लिए बढ़ाई गई. तुर्की की राष्ट्रीय सुरक्षा समिति आपातकाल बढ़ाने का सुझाव दिया था. इसे सरकार ने मान लिया है. साथ ही मुस्लिम धर्मगुरु फतुल्लाह गुलेन से संबंध रखने के आरोप में 12 हजार से ज्यादा पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया है.
तुर्की के उपप्रधानमंत्री नुमान कुर्तुलमस ने सोमवार को बताया कि देश में आपातकाल की समयावधि को तीन महीने के लिए बढ़ाया जाएगा. राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की सलाह के बाद मंत्रिमंडल ने देश में आपातकाल बढ़ा दिया है. तुर्की की राष्ट्रीय सुरक्षा समिति ने अंकारा में लगभग छह घंटे तक चली बैठक में देश में आपातकाल को बढ़ाने का सुझाव दिया था.
जुलाई में हुई थी तख्तापलट की कोशिश
तुर्की में 15 जुलाई को सैन्य तख्तापलट की कोशिश के बाद लगाई गई तीन महीने की आपातकाल की स्थिति को पर्याप्त नहीं माना गया. इससे पहले राष्ट्रपति एर्दोगन ने भी कहा था कि तुर्की को गुलेन समर्थकों और कुर्दिस्तान वर्कर्स पार्टी के आतंकवादी संगठनों को समाप्त करने के लिए और अधिक समय की जरूरत है.
बता दें कि फेतुल्लाह गुलेन को 15 जुलाई को हुए सैन्य तख्तापलट का मास्टरमाइंड माना जाता है. उन्होंने बताया कि आपातकाल की स्थिति से देश में दैनिक गतिविधियां प्रभावित नहीं होगी. तुर्की संविधान के अनुसार, देश में आपातकाल अधिकतम छह महीने तक ही प्रभावी रह सकता है.
2523 पुलिस प्रमुख सहित 12,801 अधिकारियों निलंबित
तुर्की ने मुस्लिम धर्मगुरु फतुल्लाह गुलेन से संबंध रखने के आरोप में 12 हजार से ज्यादा पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया है. सरकार ने जुलाई में तख्तापलट की नाकाम कोशिश के पीछे मुख्य रूप से गुलेन का हाथ होने का दावा किया था. गुलेन 1999 से अमेरिका में रह रहा है. पुलिस मुख्यालय के बयान के अनुसार, तख्तापलट की जांच के बाद 2523 पुलिस प्रमुख सहित 12,801 अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है. इन सभी पर गुलेन का साथ देने का संदेह है.