मक्का. हर साल की तरह इस बार देश-दुनिया से करीब 1.5 लाख मुस्लिम हज के लिए सऊदी अरब के मक्का मदीना पहुंच चुके हैं लेकिन इस बार हज के लिए ईरान का कोई भी मुस्लिम मक्का मदीना नहीं पहुंचा है. इस साल हज की यात्रा 9 सित्मबर से 14 सितम्बर तक है.
पिछले साल जहां 64 हजार ईरानियों ने मक्का में नमाज अदा किया था वहीं इस बार ईरान का मुसलमान हज के लिए नहीं पहुंचा है. इसके पीछे सऊदी अरब और ईरान का आपसी विवाद है.
सऊदी अरब-ईरान में तनातनी
ईरान ने सऊदी अरब पर अल्लाह तक जाने वाले रास्ते को बाधित करने का आरोप भी लगाया है. हज से पहले जहां ईरान ने पिछले साल हुए हादसे के लिए निंदा की वहीं सऊदी के सबसे बड़े एक धार्मिक नेता ने कहा दिया कि ईरान के नेता मुसलमान ही नही है. बता दें कि पिछले साल हज यात्रा के दौरान हुए हादसे में करीब 460 यात्रियों की मौत हो गई थी.
हज मुसलमानों की वार्षिक तीर्थ यात्रा है. यह यात्रा सऊदी अरब के मक्का और मदीना शहर में होती है. हर मुसलमान की ख्वाहीश होती है कि वह मक्का के पवित्र स्थल काबा के सामने नमाज़ अदा करे. सोमवार से शैतान को पत्थर मारने की परंपरा शुरू हो जाएगी. पैंगबर मोहम्मद चौदह सौ साल पहले अपने अनुयायियों के साथ हज की यात्रा पर गए थे. उसी यात्रा के अनुसरण में हर साल देश-दुनिया से लाखो मुस्लिम हज यात्रा पर आते हैं.
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
यात्रा के मद्देनजर सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए गए हैं. सऊदी अरब की एक समाचार एजेंसी के मुताबिक यात्रियों को इल्केट्रॉनित ब्रेसलेट में निजी और मेडिकल जानकारियां दर्ज की जा रही है ताकि जरूरत पड़ने पर उनकी मदद की जा सके. इसके अलावा सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए 1000 नए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं.