नई दिल्ली. बलूचिस्तान और गिलगित-बाल्टिस्तान पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान के खिलाफ दिए बयान के खिलाफ पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की असेंबली में प्रस्ताव पास हुआ है. यह प्रस्ताव सर्वसम्मति से पास किया गिया है. प्रस्ताव में कहा गया है कि पीएम मोदी के बलूचिस्तान और गिलगित-बाल्टिस्तान पर दिए उनके बयानों की यह सदन कड़े शब्दों में निंदा करता है.
क्या है प्रस्ताव में ?
प्रस्ताव में कहा गया कि पीएम मोदी के बलूचिस्तान और गिलगित-बाल्टिस्तान पर दिए उनके बयानों की यह सदन कड़े शब्दों में निंदा करता है. पाकिस्तान संघीय सरकार (पाकिस्तान की ) को इस मामले को संयुक्त राष्ट्र समेत दूसरे अंतराष्ट्रीय मंचों पर उठाए ताकि दुनिया को यह पता लगे कि पीएम मोदी किस तरह से पाकिस्तान के आंतरिक मामलों में लगातार हस्तक्षेप कर रहे हैं.
प्रस्ताव में भारत से सभी व्यापारिक संबंध तोड़ने की गुजारिश भी संघीय सरकार से की गई है. पंजाब के कानून मंत्री राणा सनाउल्लाह ने मोदी के खिलाफ प्रस्ताव पेश किया.
पाकिस्तान लगातार पीएम मोदी के उन बयानों की आलोचना कर रहा है, जब से उन्होंने 15 अगस्त को अपने भाषण में बलूचिस्तान और गिलगित-बाल्टिस्तान का जिक्र करते हुए कहा था कि यहां के लोगों ने उनको उनकी समस्याएं उठाने के लिए धन्यवाद दिया था.