इस्लामाबाद. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने सार्क सम्मेलन के बीच फिर से कश्मीर का राग अलापना शुरु कर दिया है. बुधवार को नवाज ने कहा कि कश्मीर का मसला पाकिस्तान की विदेश नीति की धुरी है.
विदेश मंत्रालय में आयोजित पाकिस्तानी राजदूतों के तीन दिवसीय सम्मेलन के समापन समारोह में शरीफ ने कहा कि आजादी की ख्वाहिश कश्मीरियों के खून में दौड़ रही है. उन्होंने राजदूतों से कहा कि वे दुनियाभर में यह संदेश फैलाएं कि कश्मीर का मुद्दा भारत का आंतरिक मसला नहीं है. सम्मेलन में भारत में पाकिस्तान के राजदूत अब्दुल बासित भी उपस्थित थे.
इससे पहले आज शरीफ के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज ने कहा कि पाकिस्तान अब पहले की अपेक्षा अधिक देशों से जुड़ा है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने अमेरिका के साथ रणनीति वार्ता फिर शुरू कर दी है और राष्ट्रीय हितों की रक्षा करते हुए आर्थिक विकास के एजेंडे का विस्तार कर रहा है.
सम्मेलन में बासित के अलावा अमेरिका में पाकिस्तान के राजदूत जलील अब्बाल जिलानी, चीन में नियुक्त राजदूत, मसूद खालिद, संयुक्त राष्ट्र में राजदूत मलीहा लोधी, आस्ट्रिया में राजदूत आएशा रियाज, यूरोपीय संघ में राजदूत एन हाशमी, अफगानिस्तान में राजदूत अबरार हुसैन, जेनेवा में राजदूत तहमिना जंजुआ और रूस में पाकिस्तान के राजूदत काजी एम खलीलुल्लाह उपस्थित थे.